उन्नत टी–90 भीष्म टैंक का अनावरण (T–90 Bhishma Tank)
7 अक्टूबर 2024 को भारतीय थल सेना ने आत्मनिर्भरता की दृष्टि में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए अपने पहले नवीनीकृत टी–90 भीष्म टैंक का अनावरण किया। टी–90 भीष्म टैंक 2003 से भारतीय सेना का मुख्य युद्धक टैंक है, जिसे इसकी मारक क्षमता, गति और सुरक्षा के लिए जाना जाता है। टी–90 भीष्म टैंक का नवीनीकरण (Overhauling) दिल्ली छावनी स्थित 505 आर्मी बेस वर्कशॉप में इलेक्ट्रॉनिक्स और मैकेनिकल इंजीनियर्स कोर (EME) द्वारा किया गया है।
T–90 Bhishma Tank |
उन्नत टी–90 भीष्म टैंक की विशेषता:
1. टैंक में तीन सदस्यों कमांडर, गनर और ड्राइवर का दल होता है। ये सदस्य लक्ष्य पर हमला करने और उसे नष्ट करने के लिए निकट समन्वय में काम करते है।
2. टी–90 भीष्म टैंक का वजन 47 टन है तथा यह 9.6 मीटर लंबा और 2.8 मीटर चौड़ा है।
3. टैंक का छोटा आकार होने के कारण यह जंगल, पहाड़ और दलदल वाले इलाकों में 60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार हासिल करने में मदद करता है।
4. टैंक पर 125 मिलीमीटर की स्मूथबोर गन लगाई गई है, जो विभिन्न प्रकार के गोले दागने में सक्षम है।
5. टी–90 भीष्म टैंक में एक उन्नत थर्मल साइटिंग सिस्टम भी है, जिससे यह दिन या रात में 8 किलोमीटर दूर तक के लक्ष्यों का पता लगा सकता है।
6. टी–90 भीष्म टैंक पर लगी एंटी एयरक्राफ्ट गन 2 किलोमीटर तक के लक्ष्य को भेद सकती है। इन्हीं विशेषताओं के कारण यह टैंक अपने आप में एक अलग पहचान बनाती है।
FAQ:
प्रश्न: टी–90 भीष्म टैंक का वजन कितना है?
उत्तर: 47 टन
प्रश्न: टी–90 भीष्म टैंक का नवीनीकरण (overhauling) कहा किया गया है?
उत्तर: 505 आर्मी बेस वर्कशॉप (दिल्ली छावनी)
प्रश्न: EME का पूरा नाम (Full form of EME) क्या है?
उत्तर: इलेक्ट्रॉनिक्स और मैकेनिकल इंजीनियर्स कोर (Corps of Electronics and Mechanical Engineers)
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