मानव शरीर पर बिजली के झटके का क्या–क्या प्रभाव पड़ता है?
बिजली हमारे चारों ओर है और हमारे दैनिक जीवन में हमारी मदद करती है। लेकिन कही काम करते समय हमें पूर्ण रूप से सावधानी बरतनी चाहिए और बिजली के झटके से बचना चाहिए। आइए बिजली के झटके और मानव शरीर पर इसके प्रभावों के बारे में जानते हैं की कितने एम्पीयर तक की धारा का झटका लगने से हमें किसी तरह की हानि नहीं होगी।
अक्सर हमारे दिमाग में एक ख्याल आता है कि कितने वोल्ट से ऊपर की धारा मानव शरीर में प्रवेश करने पर विद्युत का झटका महसूस होता है या फिर कितने एंपियर की धारा शरीर में प्रवेश करने पर विद्युत का झटका महसूस होता है। तो आज के इस आर्टिकल में हम आप को इसी की जानकारी देने वाले है की कितने mA की धारा को सुरक्षित धारा माना जाता है, कितने mA की धारा पर हमें दर्दनाक झटका महसूस होता है, कितने mA की धारा शरीर में प्रवेश करने पर शरीर की मांसपेशियां सिकुड़ने लगती है और कितने mA की धारा पर हृदय आघात यानि कि हार्ट अटैक की संभावना होती है।
विद्युत झटके का प्रभाव (Effect of Electric Shock In Hindi)
जैसा कि आप जानते है कि 90 V से ऊपर होने पर विद्युत का झटका महसूस होता है। लेकिन अक्सर हमें इस बात का कन्फ्यूजन बना रहता है कि कितने एम्पीयर की धारा हमारे शरीर में प्रवेश करने पर हमें विद्युत का झटका महसूस होता है। हम आप को निम्न धारा से उच्च धारा शरीर में प्रवेश करने पर क्या–क्या समस्याएं सामने आती है उसके बारे में बता रहे है ये डेटा भारत स्किल के द्वारा निमी बुक से दिया गया है।
0mA से 1mA: यदि मानव शरीर में 0mA से 1mA तक की धारा प्रवेश करती है तो इससे शरीर में कोई संवेदना नहीं होती है। अर्थात यदि 1mA तक की धारा शरीर में प्रवेश करती है तो हमें विद्युत धारा के झटके का एहसास तक नहीं होता है।
1mA से 5mA: जैसे–जैसे धारा के मान की मात्रा बढ़ती जाती है और 5mA तक पहुंचती है तो भी मानव जीवन को कोई खतरा नहीं होता है। अर्थात 0mA से 5mA तक की धारा सुरक्षित धारा मानी जाती है।
5mA से 20mA: यदि मानव शरीर में 20mA तक की धारा पहुंचती है तो इससे दर्दनाक झटका लगता है और शरीर की मांसपेशियां सिकुड़ने लगती है, और यदि इतनी धारा देर तक शरीर में प्रवेश करे तो मांसपेशियो के सिकुड़ने के कारण हमेशा के लिए विकलांगता की स्थिति भी आ सकती है।
20mA से 50mA: 50mA की धारा शरीर में प्रवेश करने पर हृदय आघात (Heart Attack) आने की संभावना होती है। इस स्थिति में व्यक्ति की मौत होगी या नहीं यह कहना मुश्किल होता है। क्योंकि यदि 50mA का झटका थोड़े समय के लिए लगे और व्यक्ति विद्युत के संपर्क से तुरंत हट जाता है तो मौत नहीं होगी लेकिन यदि देर तक विद्युत के संपर्क में बना रहता है तो लंबे समय तक हार्ट अटैक रहने के कारण मौत भी हो सकती है।
50mA से 1000mA: यदि मानव शरीर में 50mA से अधिक की धारा प्रवेश करती है तो मौत निश्चित रूप से संभव है। अर्थात 1000mA या फिर इससे अधिक की धारा मानव शरीर में प्रवेश करने पर निश्चित रूप से मृत्यु हो जाती है।
बिजली के झटके के लक्षण क्या हैं?
बिजली के झटके लगने पर लोगों की प्रतिक्रिया अलग-अलग होती है । बिजली के स्रोत (जैसे उच्च या निम्न वोल्टेज), करंट के प्रकार, व्यक्ति के स्वास्थ्य और वह कितने समय तक बिजली के करंट के संपर्क में रहा इत्यादि बातों पर निर्भर करता हैं।
बिजली का झटका लगने पर निम्न समस्या आ सकती है।
- विद्युत के हल्के झटके से व्यक्ति को झुनझुनी या फिर शरीर में थोड़ा दर्द महसूस हो सकता है।
- बिजली के झटके से शरीर में जलन हो सकती है खास तौर पर जहां से बिजली शरीर में प्रवेश करती है और बाहर निकलती है।
- बिजली के झटके से मानव शरीर की मांसपेशियों में ऐंठन हो सकती है।
- बिजली के झटके लगने से सांस लेने में दिक्कत या फिर हृदय संबंधी समस्याएं हो सकती हैं।
- बिजली के झटके लगने से आंखों की रोशनी या फिर कान से कम सुनाई देना ऐसी भी समस्याएं हो सकती हैं।
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