ड्राइव सिस्टम क्या होता है? (What Is Drive System In Hindi)
ड्राइव विशेष प्रकार की विद्युत यांत्रिक युक्ति (electro mechanical device) है, जो भिन्न-भिन्न प्रकार की प्रक्रिया नियंत्रण (process control) करने के लिए भिन्न प्रकार की मशीन व मैकेनिज्म को गति नियंत्रण हेतु विद्युत ऊर्जा को यांत्रिक ऊर्जा में परिवर्तित करता है।
ड्राइव का परिचय (Introducton Of Drive)
ड्राइव का अर्थ होता है 'संचालन' इलेक्ट्रिकल सिस्टम में ज्यादातर कामों के लिए मोटर होता है। अर्थात ड्राइव का उपयोग मोटर संचालन के लिए किया जाता है।
दरअसल बहुत सारे काम ऐसे होते है जहां उचित गति (proper speed) की जरूरत होती हैं लेकिन मोटर से वह स्पीड डायरेक्टली (speed directly) ले तो कही न कही दक्षता कम हो जाती है और महंगी पड़ती है अंतः हम ड्राइव को उपयोग में लेते हैं।
Drive In Hindi |
जैसे– कोल मिल (कोयला पीसने वाली मशीन) लगभग 300–400 आरपीएम पर चलती है लेकिन वास्तव में यह जिस मोटर से ऑपरेट होती है उस मोटर की गति 1500 आरपीएम होती है। अब यदि 300 आरपीएम की मोटर को 50 हर्टज पर चलाया जाए तो 20 पोल की जरूरत होगी तथा 20 पोल की रिवाइंडिंग (rewinding) करना बहुत महंगा हो जाता है।
वैसे मोटर तो 1500 आरपीएम पर चल रही है लेकिन वास्तव में जो मिल का मुख्य भाग घूम रहा है जहां कोयला पीसा जाता है वह 300 आरपीएम के आस–पास ही घूम रहा होता है। मोटर और मिल सिस्टम के बीच एक रिड्यूसर (reducer) लगा होता है। जो इस गति को कंट्रोल कर रहा होता है।
पुराने सिस्टम जितने भी होते थे उन्हें मैकेनिक सिस्टम आज भी है इसे गियर ड्राइव (gair drive) कहा जाता है। बहुत सारे सिस्टम ऐसे होते हैं जहां 1500 आरपीएम की मोटर है लेकिन 500–600 आरपीएम पर ही आगे का भाग घूमता है। इनके बीच में एक गियर बॉक्स लगा रहता है। मोटर डायरेक्ट उस लोड को नहीं चलाती मोटर गियर बॉक्स को घुमाती है तब गियर बॉक्स आगे के सिस्टम को ऑपरेट करता है। आजकल एसी में सबसे ज्यादा जो सिस्टम प्रचलन में है उसे VFD ड्राइव या AFD ड्राइव कहां जाता है। लेकिन वर्तमान समय में सबसे प्रचलित ड्राइव VVVFD है।
ड्राइव कई रूप में हो सकती है। जैसे– मैकेनिकल ड्राइव है तो कोई इंजन पहले चलाया जा रहा होगा।
स्टीम का इंजन हो सकता है, कोई प्राइम मूवर हो सकता है या फिर इलेक्ट्रिक मोटर ड्राइव के रूप में हो सकती है।
"स्पीड कंट्रोल के लिए जिस सिस्टम का उपयोग किया जाता है वह ही ड्राइव कहलाता है।"
ड्राइव की परिभाषा (Definition Of Drive)
"ड्राइव स्पीड कंट्रोल करने के लिए गति नियंत्रण हेतु नियोजित प्रणाली (employed system) ड्राइव कहलाती है।" ड्राइव अलग–अलग प्रकार के होते है। अगर ड्राइव का प्रचालन मोटर से हो रहा है तो यह दो प्रकार की होती है।
- एसी ड्राइव (AC Drive)
- डीसी ड्राइव (DC Drive)
इलेक्ट्रिक ड्राइव के प्रकार (Classification of Electric Drive)
इलेक्ट्रिक ड्राइव को कई प्रकार से वर्गीकृत किया जाता है।
1. ऑपरेशन मोड के अनुसार— ऑपरेशन मोड के अनुसार ड्राइव निम्नलिखित प्रकार की होती है।
i. कम समय का ड्यूटी ड्राइव (Short Time Duty Drive)
ii. निरंतर ड्यूटी ड्राइव (Continuous Duty Drive)
iii. रुक–रुक कर चलने वाली ड्यूटी ड्राइव (Intermittently Duty Drive)
2. नियंत्रण साधन के अनुसार— नियंत्रण साधन के अनुसार ड्राइव निम्नलिखित प्रकार की होती है।
i. मैनुअल या हस्त चालित ड्राइव (Mannual Drive)
ii. अर्द्ध स्वचालित ड्राइव (Semi Auto Drive)
iii. स्वचालित स्वचालित (Automatic Drive)
3. मशीनों की संख्या के अनुसार— मशीनों की संख्या के अनुसार ड्राइव निम्नलिखित प्रकार की होती है।
i. मल्टीमोटर ड्राइव (Multimotor Drive)
ii. व्यक्तिगत ड्राइव (Individual Drive)
iii. ग्रुप ड्राइव (Group Drive)
4. डायनामिक और क्षणिक के अनुसार— डायनामिक और क्षणिक के अनुसार ड्राइव को निम्न प्रकार से वर्गीकृत किया जाता है।
i. अनियंत्रित क्षणिक ड्राइव (Uncontrolled Transient Drive)
ii. नियंत्रित क्षणिक ड्राइव (Controlled Transient Drive)
5. गति नियंत्रण की विधि के अनुसार— गति नियंत्रण विधि के अनुसार ड्राइव निम्न प्रकार से वर्गीकृत किए जाते है।
i. प्रतिवर्ती व गैर प्रतिवर्ती अनियंत्रित चाल (Reversible And Non Reversible Uncontrolled Speed)
ii. प्रतिवर्ती और गैर प्रतिवर्ती स्टेप चाल नियंत्रण (Reversible And Non Reversible Step Speed Control)
iii. प्रतिवर्ती और गैर प्रतिवर्ती स्मूथ गति नियंत्रण (Reversible And Non Reversible Smooth Speed Control)
इलेक्ट्रिकल ड्राइव का लाभ (Advantage Of Electrical Drive)
एक इलेक्ट्रिकल ड्राइव का निम्नलिखित लाभ होता है।
- इनका लचीला नियंत्रण अभिलक्षण या विशेषता (flexible control characteristic) होता है।
- ड्राइव स्वतः दोष का पता लगाने वाली युक्तियों के साथ लगाया जा सकता है। प्रोग्रामेबल लॉजिक नियंत्रण (PLC) और कंप्यूटर को वांछित अनुक्रम में स्वचालित रूप से ड्राइव ऑपरेशन को नियंत्रित करने के लिए नियोजित किया जा सकता है।
- यह विस्फोटक और रेडियोधर्मी वातावरण जैसे लगभग किसी भी प्रचालन स्थितियों के लिए उपयुक्त होते हैं।
- यह टॉर्क गति और शक्ति (torque speed and power) की विस्तृत श्रृंखला (wide range) में उपलब्ध होते हैं।
- यह गति टॉर्क प्लान के सभी चार क्वाड्रेंट (quadrant) में काम कर सकते है।
- यह तुरंत शुरू (fast operate) किया जा सकता है और तुरंत पूरी तरह लोड किया जा सकता है।
- गति नियंत्रण, स्टार्टिंग और ब्रेकिंग के लिए नियंत्रण गियर की आवश्यकता आमतौर पर सरल है और संचालित करने में आसान है।
ड्राइव के रूप में किसका उपयोग होता है?
A. डीजल या पेट्रोल इंजन का
B. गैस या स्ट्रीम से संचालित किसी टरबाइन का
C. हाइड्रोलिक मोटर का
D. विद्युत मोटर का
इलेक्ट्रिक ड्राइव का चुनाव (Selection Of Electric Drive)
एक इलेक्ट्रिक ड्राइव का चुनाव करते समय निम्न कारक को ध्यान में रखना चाहिए।
- प्रचालन बिल्कुल शांत और सीधी अवस्था में हो (steady state operation condition requirements), गति और टॉर्क विशेषता की प्रकृति का भी ध्यान देना चाहिए (nature of speed torque characteristics), मशीन स्पीड रेगुलेशन, मोटर स्पीड की रेंज कितनी है, दक्षता, ड्यूटी साइकिल (duty cycle), चारों क्वाड्रेंट (quadrant) में ऑपरेशन हो पाएगा या नहीं और रेटिंग इन सभी बातों का ध्यान रखना चाहिए।
- क्षणिक प्रचालन आवश्यकताएं (transient operation requirements)
- त्वरण और मंदन की मात्रा अर्थात गति बढ़ने और घटना की स्पीड किस तरह की है। स्टार्टिंग और ब्रेकिंग तथा रिवर्सिंग का निष्पादन (performance) कैसा है।
- स्रोत से संबंधित आवश्यकताएं, स्त्रोत का प्रकार और उसकी क्षमता कितनी है, वोल्टेज के मान में उतार-चढ़ाव आता है या नियत रहता है, सप्लाई सिस्टम का पावर फैक्टर कितना है और उसमें हार्मोनिक्स है या पहले से समाप्त है, दूसरे भार पर इस ड्राइव का कितना प्रभाव पड़ता है, रीजेनरेटिव पावर (regenerative power) को स्वीकार (accept) करने योग्य है या नहीं इन सभी बातों का ध्यान रखना चाहिए।
- स्थान और भार का प्रतिबन्ध तो नही है (space and weight restriction if any) इन सभी बातों का ध्यान रखना चाहिए।
- पर्यावरण कैसा है और उसकी भौतिक स्थिती कैसी है। तथा उसमे विश्वसनीयता (reliability) कैसी है।
ड्राइव का अनुप्रयोग (Application of Drive)
ड्राइव सिस्टम का वर्तमान समय में औद्योगिक और घरेलू दोनों कार्यों में अनुप्रयोगों किया जाता है।
ड्राइव के औद्योगिक अनुप्रयोग— ड्राइव सिस्टम का औद्योगिक कार्यों में निम्नलिखित स्थानों पर प्रयोग किया जाता है।
- ड्राइव का उपयोग परिवहन में किया जाता है।
- ड्राइव का उपयोग रोलिंग मिल में किया जाता है।
- ड्राइव का उपयोग पेपर मिल में किया जाता है।
- ड्राइव का उपयोग पम्प सेट में किया जाता है।
- ड्राइव का उपयोग टेक्सटाइल मिल में किया जाता है।
ड्राइव का घरेलू अनुप्रयोग— ड्राइव सिस्टम का उपयोग घरेलू कार्यों के रूप में वाशिंग मशीन में किया जाता है।
FAQ's:
प्रश्न: पीएलसी (PLC) का पूरा नाम क्या होता है?
उत्तर: पीएलसी का पूरा नाम प्रोग्रामेबल लॉजिक कंट्रोलर (Programmable Logic Controller) होता है।
प्रश्न: वीवीवीएफडी (VVVFD) का पूरा नाम क्या होता है?
उत्तर: वीवीवीएफडी का पूरा नाम वेरिएबल वोल्टेज वैरिएबल फ्रीक्वेंसी ड्राइव (Variable Voltage Variable Frequency Drive) होता है।
प्रश्न: एएफडी (AFD) का पूरा नाम क्या होता है?
उत्तर: एएफडी का पूरा नाम एडजस्टेबल फ्रीक्वेंसी ड्राइव (Adjustable Frequency Drive) होता है।
प्रश्न: वीएफडी (VFD) का पूरा नाम क्या होता है?
उत्तर: वीएफडी का पूरा नाम वैरिएबल फ्रीक्वेंसी ड्राइव (Variable Frequency Drive) होता है।
प्रश्न: वीएसडी (VSD) का पूरा नाम क्या होता है?
उत्तर: वीएसडी का पूरा नाम वैरिएबल स्पीड ड्राइव (Variable Speed Drive) होता है।
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