चुम्बक से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण परिभाषा (Important Definition Related To Magnet In Hindi):—
इस आर्टिकल में चुम्बक से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण परिभाषा के बारे में बताया गया है, इन परिभाषाओं से प्रतियोगी परीक्षाओं में अक्सर प्रश्न पूछे जाते है। खासकर इन परिभाषाओं के मात्रक पर प्रश्न पूछे जाते है तो चलिए जानते है इन परिभाषाओं और उनके मात्रक के बारे में।
चुम्बकीय वाहक बल (Magnetic Motive Force or MMF):— "चुम्बकीय बल रेखाएं स्वयं नहीं चलती है, चुम्बकीय बल रेखाओं को चलाने के लिए जिस बल की आवश्यकता होती है उसे चुम्बकीय वाहक बल (mmf) कहते हैं।" यह वैद्युतिक परिपथ के इलेक्ट्रोमोटिव फोर्स (electro motive force or emf) के समान होता है।
"फ्लक्स को प्रवाहित करने वाला बल चुम्बकीय वाहक बल कहलाता है। चुम्बकीय वाहक बल का मात्रक एम्पीयर टर्न या गिलबर्ट होता है। चुम्बकीय वाहक बल का प्रतीक Fm होता है।
Fm= N × I
- प्रतीक— Fm
- मात्रक— एम्पीयर–टर्न या गिलबर्ट
- चुम्बकीय वाहक बल निम्न कारकों पर निर्भर करता है।
(i) टर्न की संख्या पर
(ii) धारा के मान पर
(iii) कोर के पदार्थ पर
(iv) कोर के क्षेत्रफल पर
(v) कोर की लंबाई पर
प्रतिष्ठम्भ (Reluctance):— प्रतिष्ठम्भ वैद्युतिक परिपथ में प्रतिरोध के जैसा होता है।
"जिस तरह वैद्युतिक परिपथ में रजिस्टेंस (resistance) होता है, जो धारा के मान में बाधा उत्पन्न करता है ठीक उसी प्रकार चुम्बकीय परिपथ में प्रतिष्ठम्भ होता है जो चुम्बकीय फ्लक्स या चुम्बकीय बल रेखाओं के मार्ग में बाधा उत्पन्न करता है।
प्रतिष्ठम्भ का प्रतीक Rm होता है तथा प्रतिष्ठम्भ का मात्रक एम्पीयर–टर्न/वेबर या व्युत्पन्न हेनरी अर्थात 1/हेनरी होता है।
Rm= Fm/Φ & Rm= A.T/Φ (R=V/I या R= EMF/I)
- प्रतीक— Rm
- मात्रक— एम्पीयर–टर्न/वेबर या व्युत्पन्न हेनरी
चालकता (Permeance):— परमियेंस (permience) वैद्युतिक परिपथ में चालकता के समान होती है।
"जिस तरह वैद्युतिक परिपथ में चालकता (conductance) होती है, जो धारा को प्रवाहित होने में मदद करता है ठीक उसी प्रकार चुम्बकीय परिपथ में परमियेंस होता है जो फ्लक्स प्रवाह में मदद करता है। इसको रो (ρ) से प्रदर्शित करते हैं यह रिलक्टेंस (reluctance) के व्युतक्रमानुपाती होता है।
ρ= Φ/fm या ρ= Φ/A.T
(1/R= G या 1/Rm= ρ)
- प्रतीक— ρ
- मात्रक— वेबर/एम्पीयर–टर्न
चुम्बकशीलता (Permeability):— चुम्बकशीलता वास्तव में पदार्थ के चुम्बकीत होने का गुण है, इसको सदैव वायु के सापेक्ष तुलना करवाते हैं।
कोई पदार्थ वायु के सापेक्ष कितना जल्दी और कितना ज्यादा चुम्बकित हो सकता है इसे ही पदार्थ की चुम्बकशीलता (permeability) कहते है।
- प्रतीक— μ
- मात्रक— सदैव नियतांक
जब दो समान राशियां या समान प्रतीक का अनुपात होता है तो उसकी कोई इकाई नही होती है।
चुम्बकशीलता के नियतांक:— सापेक्ष चुम्बकशीलता (relative permeability) μr का मान सदैव इकाई होता है।
μr= 1
चुम्बकशीलता की अन्य परिभाषा— किसी पदार्थ में उत्पन्न हुए चुम्बकीय फ्लक्स घनत्व तथा आरोपित चुम्बकीय बल का अनुपात
μ= B/H= चुम्बकीय फ्लक्स घनत्व/आरोपित चुम्बकीय बल
ऐसी चुम्बकशीलता को निरपेक्ष चुम्बकशीलता (absolute permeability) कहते है। इसे μ० से प्रदर्शित करते है।
μ०= 4π × 10^–⁷ हेनरी/मीटर
चुम्बकशीलता= पदार्थ में चुम्बकत्व/वायु में चुम्बकत्व
चुम्बकीय ग्रहणता (Susceptibility):— कोई पदार्थ चुंबक बनने के लिए जो स्वयं सहयोग करता है, उसे पदार्थ की चुम्बकीय ग्रहणता कहते हैं।
"चुम्बकीय तीव्रता या चुम्बकन बल का अनुपात चुम्बकीय ग्रहणता कहलाता है। इसे K या X से प्रदर्शित करते हैं।
K= I/H
- प्रतीक— K या X
- मात्रक— वेबर/एम्पीयर–टर्न–मीटर
पदार्थ और उसकी चुम्बकीय ग्रहणता (susceptibility)
• फेरोमैग्नेटिक (feromagnetic) पदार्थ की चुम्बकीय ग्रहणता धनात्मक (positive) होती है।
• पेरामैग्नेटिक (paramagnetic) पदार्थ की चुम्बकीय ग्रहणता धनात्मक (positive) होती है।
• डायामैग्नेटिक (diamagnetic) पदार्थ की चुम्बकीय ग्रहणता ऋणात्मक (negative) होती है।
चुम्बकीय क्षेत्र सामर्थ्य:— किसी पदार्थ में प्रति मीटर या प्रति सेमी चुम्बकीय क्षेत्र जितना तेज गति से बना वही चुम्बकीय क्षेत्र सामर्थ्य या चुम्बकीय क्षेत्र की तीव्रता कहलाता है।
इसे H से प्रदर्शित करते है, तथा इसका मात्रक एम्पीयर–टर्न/मीटर होता है।
H= N.I/L या Fm/L
- प्रतीक— H
- मात्रक— एम्पीयर–टर्न/मीटर
अवशिष्ट चुम्बकत्व (Residual Magnetism):— किसी कोर में बाहरी चुम्बकीय बल हटा लेने के बाद कोर में जो चुम्बकीय गुण शेष रह जाता है अवशिष्ट चुम्बकत्व कहलाता हैं। किसी पदार्थ में जितना अधिक अवशिष्ट चुम्बकत्व रहेगा वह उतना अधिक अच्छा स्थाई चुम्बक बनेगा। विद्युत चुम्बक में अवशिष्ट चुम्बकत्व को न्यूनतम रखा जाता है हम चाहते हैं कि जब हम विद्युत दे तभी चुम्बक बने स्वयं नहीं। अतः स्थाई चुम्बक बनाने के लिए ऐसा पदार्थ चुनते हैं जिसमे अवशिष्ट चुम्बकत्व अधिक होता है। स्थाई चुम्बक बनाने के लिए अवशिष्ट चुम्बकत्व उच्च और विद्युत चुम्बक बनाने के लिए अवशिष्ट चुम्बकत्व न्यूनतम रखा जाता है।
धारण क्षमता (Retentivity):— प्रत्येक पदार्थ में अवशिष्ट चुम्बकत्व धारण करने की एक क्षमता होती है कोई पदार्थ अवशिष्ट चुम्बकत्व बहुत ज्यादा रखता है तो कोई पदार्थ अवशिष्ट चुम्बकत्व बहुत कम रखता है।
"प्रत्येक चुम्बकीय पदार्थ के अवशिष्ट चुम्बकत्व को अपने अन्दर रखने की क्षमता उसकी धारण क्षमता (शक्ति) कहलाती है।"
स्थाई चुम्बक के लिए जो पदार्थ प्रयोग किए जाते हैं वे उच्च धारण क्षमता वाले होने चाहिए।
निग्रहिता (Coercive Power):— किसी विद्युत चुम्बक में प्रति चुंबकन बल की वह मात्रा जो उसकी कोर के पदार्थ में अवशिष्ट चुंबकत्व को समाप्त करने के लिए आवश्यक होती है इसे कोर्सिव फोर्स (coercive force) या एंटी मैग्नेटाइजिंग फोर्स (anti magnitising force) कहते हैं।
विद्युत चुम्बक में जो शक्ति नष्ट होती है उसे निग्रहिता कहते हैं।
मैग्नेटिक डिगेजिंग (Magnetic Degaussing):— अवशिष्ट चुम्बकत्व को समाप्त करने की प्रक्रिया को मैग्नेटिक डिगेजिंग कहते हैं।
इस टॉपिक पर आधारित प्रश्न और उत्तर:—
प्रश्न:— परमियेंस (permeance) की इकाई क्या है?
उत्तर:— वेबर/एम्पीयर–टर्न
प्रश्न:— चुम्बकीय वाहक बल (magneto motive force) की इकाई क्या होती है?
उत्तर:— एम्पीयर–टर्न (A–T) या गिलबर्ट
प्रश्न:— रिलक्टेंस (reluctance) की इकाई क्या होती है?
उत्तर:— एम्पीयर–टर्न/वेबर या व्युत्पन्न हेनरी
प्रश्न:— विद्युत परिपथ में चालकता के लिए चुम्बकीय सर्किट में समान शब्द क्या होता है?
उत्तर:— परमियेंस (permeance)
प्रश्न:— फ्लक्स घनत्व (flux density) की SI इकाई क्या होती है?
उत्तर:— टेस्ला या वेबर/मीटर²
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