डीसी सीरीज जनरेटर (DC Series Generator)
डीसी सीरीज जनरेटर में फील्ड फील्ड वाइंडिंग आर्मेचर के सीरीज (series) में होती है।
फील्ड वाइंडिंग मोटे तार कम टर्न की होती है। फील्ड वाइंडिंग मोटे तार की होती है अतः इसका प्रतिरोध कम होता है। सीरीज फील्ड पर कम प्रतिरोध होने से सीरीज फील्ड पर वोल्टेज ड्रॉप (Vse= Ise. Rse) कम होगा जिससे टर्मिनल पर लोड को अधिक वोल्टेज मिलेगी।
DC Series Generator In Hindi |
सीरीज फील्ड पर कम प्रतिरोध होने से एक फायदा यह होता है की फील्ड सीरीज में होने की वजह से लोड करंट (IL) भी सीरीज फील्ड से होकर गुजरेगा तथा अपना परिपथ पूरा करेगा अतः सीरीज फील्ड लोड करंट को भी आसानी से गुजरने देता हैं।
डीसी सीरीज जनरेटर को लोड पर ही चलाना चाहिए क्योंकि यदि लोड संयोजित नही होगा तो इसकी उत्पन्न वोल्टेज अवशिष्ट चुम्बकत्व के द्वारा उत्पन्न वोल्टेज ही होगी क्योंकि सीरीज फील्ड को आर्मेचर करंट मिली ही नहीं क्योंकि परिपथ लोड संयोजित न होने की वजह से पूरा ही नहीं हो पाता है। तथा करंट नही प्रवाहित होती है क्योंकि करंट तभी प्रवाहित होती है जब लोड परिपथ से जुड़ा हो और बिना करेंट के सीरीज फील्ड उत्तेजित ही नही होगी।
H= N.I/L या H∝ I से
अतः सीरीज फील्ड को भार धारा द्वारा उत्तेजित किया जाता है। और भार धारा IL= P/V से ही आएगी अर्थात जब लोड जुड़ेगा तभी आएगी।
जैसे ही सीरीज फील्ड को करेंट मिलेगी वैसे ही फील्ड उत्तेजित होने लगेगा और आर्मेचर वोल्टेज उत्पन्न करना शुरू कर देगा।
IL= P/V या Ia= IL= Ise
E= Vt + Ia.Ra + Ise.Rse
डीसी सीरीज जनरेटर का फ्लक्स भार के अनुसार परिवर्तित होता रहता है, भार अधिक होगा तो IL∝ P से फ्लक्स अधिक होगा तथा भार कम होगा तो फ्लक्स भी कम होगा।
भार के अनुसार ही आर्मेचर की वोल्टेज ड्रॉप घटती और बढ़ती है।
V∝ IL∝ P से
एक निश्चित सीमा के बाद भार बढ़ाने पर भी लोड करंट बढ़ने से फ्लक्स नही बढ़ता क्योंकि उस समय सीरीज फील्ड संतृप्त हो चुकी होती है अतः संतृप्तता के बाद भार को बढ़ाने पर वोल्टेज घटने लगती है।
डीसी सीरीज जनरेटर वक्र (Curve Of DC Series Generator)
1. चुम्बकीय विशेषता:— डीसी सीरीज जनरेटर का चुम्बकीय विशेषता वक्र ईएमएफ (E) और If के बीच बनता है।
2. आन्तरिक विशेषता:— डीसी सीरीज जनरेटर का आन्तरिक विशेषता वक्र ईएमएफ (E) और Ia के बीच बनता है।
3. लोड विशेषता:— डीसी सीरीज जनरेटर का लोड विशेषता वक्र Vt और IL के बीच बनता है।
डीसी सीरीज जनरेटर का उपयोग (Uses Of DC Series Generator)
डीसी सीरीज जनरेटर का उपयोग निम्नलिखित स्थानों पर किया जाता है।
1. डीसी सीरीज जनरेटर का उपयोग ट्रांसमिशन लाइन में वोल्टेज ड्रॉप को पूरा करने के लिए बूस्टर (booster) के रूप में किया जाता है।
डीसी सीरीज जनरेटर का वोल्टेज रेगुलेशन (Voltage Regulation Of DC Series Generator)
सबसे ज्यादा variable voltage regulation डीसी सीरीज जनरेटर में ही होता है। क्योंकि इसका वोल्टेज भार धारा (load current) के अनुसार बदलता रहता है।
डीसी सीरीज जनरेटर का वोल्टेज भार धारा के आधार पर परिवर्तित होता है क्योंकि जैसे–जैसे लोड करंट बदलेगी वैसे–वैसे सीरीज करंट बदलेगी और सीरीज करंट जैसे–जैसे बदलेगी वैसे–वैसे फील्ड फ्लक्स बदलेगा और फील्ड फ्लक्स से ही ईएमएफ बदलता है।
इस जनरेटर में वोल्टेज के मान में उतार–चढ़ाव (परिवर्तन) सबसे ज्यादा होता है।
प्रश्न:— डीसी पारेषण लाइन में बूस्टर के रूप में किस जनरेटर का उपयोग किया जाता है?
उत्तर:— सीरीज जनरेटर
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