Self Excited DC Generator Working Principle |
स्वतः उत्तेजित डीसी जनरेटर (Self Excited DC Generator In Hindi):— सेल्फ एक्साइटेड डीसी जनरेटर के आर्मेचर में उत्पन्न ईएमएफ द्वारा सीधे ही या अन्य बनावट के आधार पर धारा से जुड़े रहते हैं जो आर्मेचर से प्राप्त होती है।
फील्ड वाइंडिंग में बनने वाली चुम्बकीय फलक्स इसी धारा के अनुसार बनता रहता है। शुरू में फील्ड पोलो में ध्रुवो के शू पर शेष बचा चुंबकत्व होता है। इस शेष बचे चुंबकत्व के कारण कुछ वोल्ट की ईएमएफ आर्मेचर के चालकों में उत्पन्न होती है। वह पुनः फील्ड में जाती है तो फ्लक्स का मान बढ़ जाता है जिससे आर्मेचर के चालकों को अधिक मात्रा में चुंबकीय फ्लक्स काटता है। अतः वोल्टेज का मान पुनः बढ़ जाता है। जब अधिक वोल्टेज पुनः फील्ड वाइंडिंग को मिलती है तो चुम्बकीय फ्लक्स की मात्रा और बढ़ जाती है तथा जनरेटर की रेटेड ईएमएफ पर वोल्टेज का मान पहुंच जाता है।
स्वतः उत्तेजित डीसी जनरेटर क्या होता है? (Self Excited DC Generator Kya Hota Hai):— स्वतः उत्तेजित जनरेटर में वोल्टेज निर्माण के लिए कुछ शर्तें होती हैं जिनको अप्लाई (apply) करना जरूरी होता है।
स्वतः उत्तेजित जनरेटर के लिए आवश्यक शर्तें:—
(i) फील्ड कोर में अवशिष्ट चुंबकत्व होना चाहिए।
(ii) फील्ड वाइंडिंग का प्रतिरोध उसके (फील्ड के) क्रांतिक प्रतिरोध मान से अधिक नहीं होना चाहिए।
(iii) घुर्णन की दिशा व (फील्ड के) फ्लक्स के बीच उचित संबंध होना चाहिए।
नोट:— अवशिष्ट चुंबकत्व तब आता है जब पदार्थ को पहली बार चुम्बकित (magnetise) किया जाता है।
अवशिष्ट चुंबकत्व समाप्त होने का कारण:—
(i) लंबे समय तक बिना उपयोग किए जनरेटर को रखने पर अवशिष्ट चुंबकत्व समाप्त हो जाता है।
(ii) यदि जनरेटर पर बहुत ज्यादा ओवरलोड (high overload) रहता है, तो अवशिष्ट चुंबकत्व समाप्त हो जाता है।
(iii) शॉर्ट सर्किट (short circuit) होने की स्थिति में अत्यधिक धारा बहने के कारण अत्यधिक गर्म (overheat) होने से भी अवशिष्ट चुंबकत्व समाप्त हो जाता है।
जनरेटर में अवशिष्ट चुंबकत्व को कैसे पुनः प्राप्त किया जा सकता है?
फील्ड फ्लैशिंग (Field Flashing Method):— जनरेटर के फील्ड पोल को नो लोड (no load) में बाहरी डीसी स्रोत (external dc source) से संयोजित करके दोबारा अवशिष्ट चुंबकत्व प्राप्त किया जा सकता है।
इस विधि में जनरेटर के फील्ड पोल (series या shunt) को बाहरी डीसी स्रोत के साथ थोड़े समय के लिए संयोजित (connect) किया जाता है और फिर उनको हटा लिया जाता है। ध्यान रहे इस दौरान जनरेटर को काम में नहीं लिया जाता है। केवल फील्ड टर्मिनल को डीसी दी जाती है। बाहरी स्रोत से ऐसा करने से वे उत्तेजित (magnetise) हो जाते हैं और जैसे ही बाहरी स्रोत हटाते है उसमें अवशिष्ट चुंबकत्व (residual magnetism) रह जाता है।
क्रान्तिक प्रतिरोध (critical resistance):— क्रान्तिक प्रतिरोध दो प्रकार का होता है।
(1) फील्ड क्रान्तिक प्रतिरोध
(2) लोड क्रान्तिक प्रतिरोध
1. फील्ड क्रान्तिक प्रतिरोध:— फील्ड वाइंडिंग का प्रतिरोध इतना अधिक नही होना चाहिए कि फील्ड वाइंडिंग में इतनी भी धारा ना चल सके कि फील्ड कोर संतृप्त ही ना हो पाए अर्थात—
फील्ड वाइंडिंग का प्रतिरोध अधिक होने के कारण कम धारा चलेगी जिससे फिल्ड में पूरा फ्लक्स नही बनेगा। इससे यह होगा कि जनरेटर पूरा वोल्टेज नहीं बना पाएगा अतः फील्ड वाइंडिंग का प्रतिरोध क्रांतिक प्रतिरोध से कम होना चाहिए जिससे फिल्ड को पर्याप्त धारा मिल सके और फील्ड से अच्छा फ्लक्स बने जिससे की जनरेटर अच्छी तरह वोल्टेज बनाए।
स्वतः उत्तेजित डीसी जनरेटर के प्रकार (Types Of Self Excited DC Generator):—
स्वतः उत्तेजित डीसी जनरेटर दो प्रकार का होता है—
(1) परमानेंट मैग्नेट (permanent magnet)
(2) इलेक्ट्रोमैग्नेट (electromagnet)
इलेक्ट्रोमैग्नेट टाइप जनरेटर 3 प्रकार के होते है।
(i) डीसी सीरीज जनरेटर
(ii) डीसी शंट जनरेटर
(iii) डीसी कंपाउंड जनरेटर
डीसी कंपाउंड जनरेटर पुनः दो प्रकार के होते है।
(A) कम्युलेटिव जनरेटर:— ये दो प्रकार के होते है।
(i) लॉन्ग शंट कम्युलेटिव (ii) शॉर्ट शंट कम्युलेटिव
(B) डिफरेंशियल जनरेटर:— ये दो प्रकार के होते हैं।
(i) लॉन्ग शंट डिफरेंशियल जनरेटर (ii) शॉर्ट शंट डिफरेंशियल जनरेटर
स्वतः उत्तेजित डीसी जनरेटर का लाभ:— स्वतः उत्तेजित डीसी जनरेटर का लाभ यह है की फील्ड पोलो को बाहरी डीसी स्रोत से जोड़ना नही पड़ता है तथा फील्ड पोलो को एक्साइटेशन के लिए डीसी सप्लाई आर्मेचर से ही मिल जाता है।
स्वतः उत्तेजित डीसी जनरेटर प्रश्न और उत्तर (MCQ On Self Excited DC Generator):—
प्रश्न:— डीसी जनरेटर में क्या प्रभाव होता है, यदि इसे लंबे समय तक बंद रखा जाए?
(A) फील्ड क्वायल प्रतिरोध बढ़ जाता है
(B) आर्मेचर प्रतिरोध बढ़ता है
(C) आर्मेचर प्रतिक्रिया बढ़ना
(D) अपने अवशिष्ट चुंबकत्व को खो (losses) देता है
उत्तर:— D
प्रश्न:— यदि शंट फील्ड प्रतिरोध क्रान्तिक प्रतिरोध मान से ऊपर है तो डीसी जनरेटर में क्या प्रभाव पड़ता है?
(A) आउटपुट वोल्टेज पल्सेटिंग है
(B) आउटपुट वोल्टेज सामान्य से ऊपर है
(C) जनरेटर वोल्टेज बनाने में विफल है
(D) जनरेटर सामान्य से वोल्टेज बनाता है
उत्तर:— C
प्रश्न:— एक self excited dc generator में अवशिष्ट चुंबकत्व की आवश्यकता क्या है?
(A) वोल्टेज का निर्माण करे
(B) फील्ड करंट कम करे
(C) आर्मेचर करंट कम करे
(D) नियत आउटपुट वोल्टेज बनाए रखे
उत्तर:— A
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