एंटीना से संबंधित कुछ प्रश्न और उत्तर:— इस आर्टिकल में एंटीना से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण प्रश्न और उनके उत्तर के बारे में जानकारी दी गई है जैसे की फेडिंग क्या होता है? और इसे कैसे दूर किया जा सकता है? तथा एलाइजिग क्या होता है? और एलाइजिग की समस्या को कैसे दूर किया जा सकता है।
फेडिंग क्या होता है? तथा इसे कैसे दूर किया जाता है?रिसीवर पर सिग्नल स्ट्रेंथ (signal strength) के फ्लक्चुएशन (fluctuations) को फेडिंग कहा जाता है। फेडिंग दो तरंगों के व्यतिकरण के कारण होता है जोकि एक ही स्रोत से चलकर दो अलग पथों से रिसीवर तक पहुंचती है। इनको आवृत्ति डायवर्सिटी (frequency diversity) या स्पेस डायवर्सिटी (space diversity) द्वारा दूर किया जा सकता है।
(i) स्पेस डायवर्सिटी (Space Diversity):— इसमें दो या अधिक रिसीवर का प्रयोग किया जाता है। इनको कुछ दूरी (9 λ या अधिक) पर रखा जाता है। तथा प्रत्येक एंटीना सिग्नल को रिसीव करता है तथा मजबूत (strongest) सिग्नल को आउटपुट दे दिया जाता है।
(ii) आवृत्ति डायवर्सिटी (Frequency Diversity):— इस विधि में केवल एक ही एंटीना का प्रयोग किया जाता है किन्तु सिग्नल को कई आवृतियों पर भेजा (send) जाता है। चुकी इस विधि में आवृत्ति स्पेक्ट्रम की वेस्टेज (wastage) होती है अतः इसे ऐसे स्थानों पर प्रयोग किया जाता है जहां स्पेस डायवर्सिटी का प्रयोग नही किया जा सकता है।
जैसे— एक जहाज से दूसरे जहाज तक संचार में (in ship to ship communication)।
टीवी सिग्नल के ट्रांसमिशन हेतु तरंगों को प्रयुक्त क्यों नही किया जाता है?
यदि स्काई तरंगों (space wave) की आवृत्ति 40MHz से अधिक हो तो वह आयनमंडल द्वारा पृथ्वी पर वापिस परावर्तित नही आयेगी। टीवी सिग्नलो की आवृत्ति 80MHz से 200MHz होती है इसलिए इनका संचरण स्काई वेव द्वारा संभव नहीं है। अतः टीवी सिग्नल उपग्रहो (satellites) द्वारा ट्रांसमिट किया जाता है।
झुकाव कोण क्या होता है? संप्रेषक से किसी दूरी पर क्षेत्र तीव्रता को यह कैसे प्रभावित करता है?
संप्रेषक से दूरी बढ़ने पर ग्राउंड तरंग कमजोर हो जाती है जब सिग्नल तरंग पृथ्वी की सतह पर चलती है तो इसके वेग का एक फॉरवर्ड दिशा में और एक पृथ्वी की ओर अर्थात डाउनवर्ड दिशा में दो घटक होते है।
डाउनवर्ड घटक पृथ्वी के सतह के लंबवत होता है जबकि फॉरवर्ड घटक 90° फेज शिफ्ट होता है। अतः परिणामी वेग इन दो वेग घटकों का सादिशीय योग (vector sum) होता है। इस कारण वेवफ्रंट का फॉरवर्ड दिशा की ओर झुकाव हो जाता है। इसको डिफ्रेक्शन प्रभाव (diffraction effect) कहा जाता है। यह झुकाव संप्रेषण से दूरी बढ़ने पर बढ़ता है इसलिए संप्रेषक से अधिक दूरी पर ग्राउंड तरंग कमजोर हो जाता है।
एलाइजिग क्या होता है? (Alysing Kya Hota Hai):— जहां उच्च आवृत्ति घटक (higher frequency components) और निम्न आवृत्ति घटक (lower frequency components) आपस में एक दूसरे के साथ सुपरिंपोज (superimpose) करती है। एलाइजिग कहलाती है। एलाइजिग की समस्या को दूर करने के लिए प्रीएसेलरेटिंग फिल्टर (preaccelerating filter) का उपयोग किया जाता है।
एंटीना से संबंधित महत्वपूर्ण प्रश्न और उत्तर
प्रश्न:— ship to ship communication में फेडिंग को कैसे कम किया जाता है?
(A) आवृत्ति डायवर्सिटी (frequency diversity)
(B) स्पेस डायवर्सिटी (space diversity)
(C) आयाम डायवर्सिटी (amplitude diversity)
(D) इनमे से कोई नहीं
उत्तर— A
प्रश्न:— एलाइजिग की समस्या को दूर करने के लिए किसका प्रयोग किया जाता है?
(A) डायोड सर्किट (diode circuit)
(B) रिजिस्टर सर्किट (resistor circuit)
(C) इंडक्टर सर्किट (inductor circuit)
(D) प्रीएसेलरेटिंग फिल्टर (preaccelerating filter)
उत्तर— D
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