Washing Machine Working Principle In Hindi |
वॉशिंग मशीन क्या होती हैं? (Washing Machine Kya Hoti Hai)— वॉशिंग मशीन बिजली से चलने वाली एक ऐसी मशीन है, जो कपड़े को धोने के साथ–साथ कपड़े को सुखाने का कार्य भी करती है।
वॉशिंग मशीन दो प्रकार (types of washing machine) की होती है।
(i) सेमी ऑटोमैटिक वॉशिंग मशीन (semi automatic washing machine)
(ii) फुल्ली ऑटोमैटिक वॉशिंग मशीन (fully automatic washing machine)
फुल्ली ऑटोमैटिक वॉशिंग मशीन दो प्रकार की होती है।
(A) टॉप लोड फुल्ली ऑटोमैटिक वॉशिंग मशीन
(B) फ्रंट लोड फुल्ली ऑटोमैटिक वॉशिंग मशीन
सेमी ऑटोमैटिक वॉशिंग मशीन का सामान्य परिचय (Basic Introduction Of Semi Automatic Washing Machine In Hindi)—
सेमी ऑटोमैटिक वॉशिंग मशीन स्विच कंट्रोल (switch control) होती है। अर्थात इसे स्विच के माध्यम से कंट्रोल करते है इसमें टाइमर वाले स्विच लगे होते है जिनकी सहायता से इन्हे कंट्रोल करते है।
एक सेमी ऑटोमैटिक वॉशिंग मशीन में दो भाग होते है। सेमी ऑटोमैटिक वॉशिंग मशीन के एक भाग में कपड़े को धुलने का कार्य किया जाता है तथा दूसरे भाग में कपड़े को सुखाने का कार्य किया जाता है। जबकि फुल्ली ऑटोमैटिक वॉशिंग मशीन में केवल एक ही भाग होता है इसी भाग में कपड़े को धोया व सुखाया जाता है। सेमी ऑटोमैटिक वॉशिंग मशीन में दो मोटर लगी होती है एक मोटर कपड़े को धोने के लिए उसे घुमाता है तथा दूसरा मोटर कपड़े को सुखाने के लिए प्रयोग होता है। वॉशिंग मशीन किलोग्राम (kg) के हिसाब से आता है। जितने किलोग्राम का वॉशिंग मशीन होता है उतने किलोग्राम के कपड़े धोने के लिए उपयुक्त होता है अर्थात उतने ही किलोग्राम के कपड़े उसमे धोना चाहिए अच्छी परफॉर्मेंस के लिए जितने किलोग्राम की वॉशिंग मशीन है उससे थोड़ा कम ही धोना चाहिए।
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सेमी ऑटोमैटिक वॉशिंग मशीन के भाग (Part Of Semi Automatic Washing Machine In Hindi)—
एक सेमी ऑटोमैटिक वॉशिंग मशीन में दो भाग होते है। एक भाग में कपड़े को धोया जाता है तथा दूसरे भाग में कपड़े को सुखाया जाता है। इस आर्टिकल में सेमी वॉशिंग मशीन के भाग (मैकेनिकल भाग और इलेक्ट्रिकल भाग) और उनके कार्य के बारे में विस्तार से बताया गया है।
Semi Automatic Washing Machine Part |
1. मैकेनिकल भाग— वाशिंग मशीन के मैकेनिकल भाग के प्रचालन के लिए विद्युत सप्लाई की आवश्यकता नहीं होती है।
(A) वाटर इनलेट पाइप— यह एक लंबी पाइप होती है। इस पाइप का कनेक्शन घर के नल की टोटी से किया जाता है इसके माध्यम से वॉशिंग मशीन में पानी भरा जाता है।
(B) वाटर सिलेक्टर— वाटर इनलेट पाइप के माध्यम से वॉशिंग मशीन के अंदर आने वाले पानी को यह ऑप्शन देता है की पानी को वॉश टब के अंदर भेजना है या फिर स्पिन ड्रम के अन्दर भेजना है। इसे स्लाइड करके आवश्यकतानुसार मैन्युअल सेट कर सकते है। यदि इस सिलेक्टर का प्रयोग नही किया जा रहा है तो वॉशिंग मशीन के अंदर सीधे बाल्टी से भी पानी डाला जा सकता है।
(C) वॉश टब— जिस टब में कपड़े की धुलाई की जाती है उस टब को वॉश टब कहते है। इसी टब में कपड़े, पानी और डिटर्जेंट पाउडर को डाला जाता है तथा इस टब के अंदर ही कपड़े की धुलाई होती है।
(D) लिंट फिल्टर— इनलेट पाइप के द्वारा अन्दर आने वाला पानी लिंट फिल्टर के माध्यम से ही छनकर वॉश टब में आता है। यह एक जालीदार भाग होता है जो टब के अंदर पानी के साथ किसी अन्य कचरे को आने से रोकता है।
(E) ओवरफ्लो वे— यह वॉश टब के अंदर पानी को ओवरफ्लो होने से रोकता है। यह एक प्रकार की पाइप होती है जो पानी को ओवरफ्लो नही होने देती है अतिरिक्त पानी को बाहर निकाल देती है।
(F) पल्सेटर— यह वॉश टब के अंदर नीचे की साइड में लगा होता है। यह प्लास्टिक का एक गोल चक्र होता है। जो एक गियर बॉक्स की सहायता से मोटर से जुड़ा होता है यही चक्र उल्टा और सीधा घूमता रहता है इसके घूमने के कारण ही कपड़े की धुलाई होती है।
(G) ड्रेन फिल्टर— वॉश टब के नीचे एक छेद बना होता है। जिससे पानी को बाहर निकालने का रास्ता बना होता है।
(H) गियर बॉक्स— प्लसेटर के नीचे की तरफ एक बॉक्स लगा होता है जिसे गियर बॉक्स कहते है। इसमें कई गियर लगे होते है तथा इसके नीचे और ऊपर एक सॉफ्ट होता है ऊपर का सॉफ्ट प्लसेटर से जुड़ा होता है तथा नीचे का सॉफ्ट पुली से जुड़ा होता है। यह मोटर से जुड़ा रहता है तथा मोटर के घूमने की वजह से यह घूमता है।
(I) वॉश मोटर पुली— वॉश मोटर के ऊपर एक पुली लगी होती है जिसे वॉश मोटर की पुली कहते है।
(J) ग्रोमेट— वॉश मोटर में तीन पैर होते है इन तीनो पैरो के नीचे एक रबर का गुटका लगा होता है जिसे ग्रोमेट कहते है। इस ग्रोमेट की सहायता से मोटर को कस दिया जाता है जिससे मोटर में कम्पन नही होता है।
(K) स्पिन टब— स्पिन टब के अंदर एक प्लास्टिक का खोखला ड्रम होता होता है जिसमे छिद्र बने होते है। इस टब में कपड़ो को सुखाने का कार्य करते है।
(L) ड्रेन स्विच— यह एक प्रकार का स्विच होता है जो बिना बिजली के चलता है। इसमें दो मोड होता है, एक ड्रेन मोड और दूसरा वॉश मोड। जोकि वॉश टब से पानी निकालने और वॉश टब के अन्दर पानी को रोके रखने का कार्य करता है।
2. इलेक्ट्रिकल भाग— वाशिंग मशीन के इलेक्ट्रिकल भाग के प्रचालन के लिए विद्युत सप्लाई की आवश्यकता होती है।
(A) वॉश टाइमर— इस टाइमर के द्वारा वॉश मोटर को चलाया जाता है। इसी स्विच की वजह से मोटर उल्टा और सीधा दोनो दिशा में घूमता है।
वॉश टाइमर में न्यूनतम 3 तार वाले वॉश टाइमर तथा अधिकतम 8 तार वाले वॉश टाइमर आते है।
(B) वॉश सिलेक्टर— वॉश सिलेक्टर वॉश टाइमर का ही हिस्सा होता है। वॉश टाइमर न्यूनतम 15 मिनट या अधिकतम 35 मिनट के लिए काम करते है। किसी–किसी मशीन में 45 मिनट वाला भी टाइमर होता है। इसमें ज्यादातर 3 मोड (mode) होते है।
(i) जेंटल (gental) (ii) नॉर्मल (normal) (iii) हार्ड (hard)
कितने देर के लिए मोटर उल्टा घूमना चाहिए या कितने देर के लिए मोटर सीधा घूमना चाहिए यह वॉश सिलेक्टर निर्धारित करता है।
(C) वॉश मोटर— इसी मोटर की सहायता से पल्सेटर को घुमाया जाता है। तथा पल्सेटर के घूमने की वजह से कपड़े की धुलाई होती है।
(D) स्पिन टाइमर— यह स्पिन मोटर को ऑन या ऑफ करने के लिए प्रयोग होता है।
(E) सेफ्टी स्विच— यह स्पिन मोटर को रोकने व ब्रेक का कार्य करता है।
(F) स्पिन मोटर— इस मोटर का उपयोग कपड़े को सुखाने में करते हैं। स्पिन टब के अंदर लगे ड्रम को घुमाने के लिए इसका प्रयोग करते हैं। स्पिन टब के अन्दर के ड्रम के घूमने की वजह से ही कपड़े सुख जाते हैं।
(G) बजर— बजर वॉश टाइमर से कनेक्ट (connect) होता है, जोकि एक तरह का अलार्म होता है जो मशीन के बंद होने की सूचना देता है।
फुल्ली ऑटोमैटिक वॉशिंग मशीन का सामान्य परिचय (Basic Introduction Of Fully Automatic Washing Machine In Hindi)—
फुल्ली ऑटोमैटिक वॉशिंग मशीन दो प्रकार की होती है ये मशीन पूरी तरह ऑटोमैटिक रहती है इसमें किसी भी तरह का स्विच कंट्रोल करने की आवश्यकता नहीं होती है इसमें कपड़े धुलने और सुखाने का सभी सिस्टम एक ही टब में होता है। कपड़ा ऑटोमैटिक धूल कर मशीन के अंदर सुख जाते है। फुल्ली ऑटोमैटिक वॉशिंग मशीन केवल उन्हीं स्थानों पर लगाया जा सकता है जहां पानी की उपयुक्त व्यवस्था (इनलेट पाइप नल से जुड़ा हो) हो क्योंकि ये मशीन स्वतः ही आवश्यकतानुसार पानी लेकर कपड़े की धुलाई करती है तथा कपड़े को सुखाती है ये मशीन काफी महंगी आती है।
(i) टॉप लोड फुल्ली ऑटोमैटिक वॉशिंग— इस मशीन में कपड़े को डालने का कार्य ऊपर से किया जाता है।
(ii) फ्रंट लोड फुल्ली ऑटोमैटिक वॉशिंग— इसमें कपड़े को डालने का कार्य सामने से किया जाता है। इन दोनो मशीनों के लिए डायरेक्ट पानी की आवश्यकता होती है। ये मशीने आवश्यकतानुसार इनलेट के माध्यम से स्वतः ही पानी लेकर कपड़ो को धुलती रहती है। तथा कपड़े धोने के बाद उसे स्वतः सुखा देती है।
वाशिंग मशीन से अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न—
प्रश्न— वॉशिंग मशीन किस सिद्धांत पर कार्य करता है? (Washing machine working principle)
उत्तर— अपकेंद्रीय बल
प्रश्न— वाशिंग मशीन में कौन सा बल कार्य करता है?
उत्तर— वाशिंग मशीन में अपकेंद्र बल कार्य करता है।
प्रश्न— वॉशिंग मशीन कितने प्रकार की होती है?
उत्तर— दो (2) प्रकार की
प्रश्न— वॉशिंग मशीन किस काम आता है?
उत्तर— कपड़े धोने और सुखाने के काम
वॉशिंग मशीन (Washing Machine In Hindi)— इस आर्टिकल में हमने जाना की वॉशिंग मशीन कैसे काम करती है (washing machine kaise kaam karti hai), वॉशिंग मशीन किस सिद्धांत पर आधारित होती है (washing machine working principle), वाशिंग मशीन कितने प्रकार की होती है (washine machine ke prakar), वाशिंग मशीन का क्या उपयोग है (use of washing machine) और वॉशिंग मशीन में क्या–क्या भाग होते है तथा उनका कार्य क्या होता है (part of washing machine and uses)।
आशा करते है की ये आर्टिकल आप लोगो को पसंद आया होगा तथा बहुत कुछ सीखने को मिला होगा। इसी तरह के इलेक्ट्रिकल और इलैक्ट्रानिक्स उपकरण के बारे में जानने और प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए इलेक्ट्रिक टॉपिक ब्लॉग को जरूर फॉलो करे तथा इस ब्लॉग को अपने दोस्तो के साथ जरूर शेयर करे धन्यवाद।
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Nice
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