Types of illumination source |
प्रकाश व्यवस्था की किस्में (Types Of Illuminations System In Hindi)— प्रकाश व्यवस्था सामान्यतः 5 प्रकार से किया जाता है।
1. प्रत्यक्ष प्रकाश (Direct Lighting)— प्रत्यक्ष प्रकाश व्यवस्था का उपयोग ऐसे सिस्टम में किया जाता है। जहा हमे लाइटिंग (lighting) की आवश्यकता सीधे हमारे लक्ष्य (target) पर हो अर्थात जहा हम प्रकाश चाहते है। जैसे– टॉर्च का प्रकाश, गाड़ियों की हैडलाइट इत्यादि।
इस विधि में प्रकाश प्रकाशोत्पादक वस्तु (बल्ब आदि) से सीधे ही नीचे की ओर प्रकाशित किए जाने वाले तल (फर्श) पर पड़ता है। इसमें बल्ब के ऊपर V आकृति का परावर्तक (reflector) प्रयोग किया जाता है जो नीचे की ओर खुला हुआ अथवा पारदर्शी कांच/प्लास्टिक शीट से ढका होता है।
इस विधि में बल्ब का 90% प्रकाश नीचे की ओर आता है केवल 10% प्रकाश ही इधर उधर फैल जाता है।
2. अर्ध प्रत्यक्ष प्रकाश व्यवस्था (Semi Direct Lighting)— इस विधि में बल्ब के ऊपर चित्र में दिखाई गई आकृति का परावर्तक प्रयोग किया जाता है। और परावर्तक के नीचे की ओर अल्प पारदर्शी कांच/प्लास्टिक का ढक्कन होता है जिसके द्वारा प्रकाश का 60%–40% भाग नीचे की ओर फर्श पर आता है इस प्रकार की प्रकाश व्यवस्था में चमक या चौध भी कम हो जाती है।
इस विधि का प्रयोग अधिक ऊंचाई वाले कक्षों, आदि में किया जाता है।
3. अप्रत्यक्ष प्रकाश व्यवस्था (Indirect Lighting)— इस विधि में बल्ब के नीचे एक अपारदर्शी एवम अर्ध वृत्ताकार परावर्तक प्रयोग किया जाता है। जो प्रकाश के 90% भाग को ऊपर छत की ओर परावर्तित करता है छत प्रायः सफेद अथवा हल्के रंग वाली रखी जाती है जिससे परावर्तित होकर प्रकाश नीचे की ओर फर्श पर आता है। यह विधि सिनेमा हॉल, डांसिंग हॉल और सजावती कार्य के लिए प्रयोग की जाती है। इसमें चमक व चौध कम पैदा होती है और छाया पैदा नही होता है।
4. अर्ध अप्रत्यक्ष प्रकाश व्यवस्था (Semi Indirect Lighting)— इस विधि में बल्ब के नीचे की ओर लगाए गए अपारदर्शी एवम अर्ध वृत्ताकार परावर्तक के साथ ऊपर की ओर घिसे कांच का ढक्कन भी प्रयोग किया जाता है। जिसके द्वारा प्रकाश का 40% से 60% भाग छत की ओर पहुंचता है ओर वहा से परावर्तित होकर नीचे की ओर फर्श पर आता है।
5. सामान्य प्रकाश व्यवस्था (General Lighting)— इस विधि में बल्ब के ऊपर एक वृत्ताकार एवम घिसे कांच (diffused glass) का खोल प्रयोग किया जाता है। जिसके द्वारा प्रकाश छनकर चारो ओर एक समान मात्रा में फैलता है। यह भी एक मंद प्रकाश व्यवस्था है। इसका प्रयोग भवनों के मुख्य द्वार के खंभों पर, उद्यान में तथा अन्य सजावटी कार्य में किया जाता है।
सामान्य प्रकाश व्यवस्था में सभी दिशाओं में समान प्रकाश मिलता है अर्थात 50% प्रकाश टारगेट (target) पर तथा 50% प्रकाश इधर उधर फैल जाता है।
महत्वपूर्ण बिन्दु—
• इन सभी प्रकार की लाइटिंग व्यवस्था में सबसे ज्यादा चमक प्रत्यक्ष प्रकाश (direct lighting) में होती है।
• सर्वाधिक उपयोगी प्रकाश व्यवस्था अर्ध प्रत्यक्ष (semi direct) को माना जाता है।
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प्रकाश की फिटिंग, प्रकार और निष्पादन (Light Fitting, Types And Performance)— इस आर्टिकल में हमने आप को प्रकाश की फिटिंग और प्रकार के बारे में जानकारी दी। आशा करते है ये आर्टिकल आप लोगो को पसंद आया होगा यदि ये आर्टिकल आप लोगो को पसंद आया हो तो इस आर्टिकल को अपने दोस्तो के साथ जरूर शेयर करे तथा इसी तरह के इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रॉनिक्स से जुड़े आर्टिकल पढ़ने के लिए हमारी ब्लॉग वेबसाइट को जरूर फॉलो करे धन्यवाद।
Very informative sir
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