Field Excitation In Synchronous Motor In Hindi |
सिंक्रोनस मोटर से हम यांत्रिक ऊर्जा भी ले सकते हैं तथा पावर फैक्टर भी सुधार सकते हैं। परंतु दोनों कार्य एक साथ नहीं कर सकते हैं।
जब सिंक्रोनस मोटर को पावर फैक्टर सुधारने के लिए काम में लेते हैं तब इसे सिंक्रोनस कंडेंसर (synchronous condensor) कहा जाता है तथा इस समय इसकी पावर रेटिंग KVAR में होती है, क्योंकि यह प्रतिघाती शक्ति (reactive power) दे रही होती है।
जिस लाइन का पावर फैक्टर (power factor) सुधारना हो इस लाइन के समान्तर (parallel) में लगाया जाता है।(over excited no load सिंक्रोनस मोटर सिंक्रोनस कंडेंसर होती है)
यदि सिंक्रोनस मोटर अंडर एक्साइटेड और ओवर एक्साइटेड दोनों स्थिति (condition) में है तो यदि लोड बढ़ता है तो दोनो का पावर फैक्टर इकाई की तरफ आता है अर्थात घटता है।
फिल्ड एक्साइटेशन के आधार पर सिंक्रोनस मोटर की विशेषता के बारे में नीचे चार्ट के द्वारा दिखाया गया है।
याद रखने योग्य महत्वपूर्ण बाते—
1. सिंक्रोनस मोटर के नो लोड (no load) और फूल लोड (full load) गति का अनुपात इकाई होती है, क्योंकि नो लोड से फुल लोड तक गति समान होती है।
2. सिंक्रोनस मोटर में शून्य (0) स्लिप होती है।
3. सिंक्रोनस मोटर का स्टार्टिंग टॉर्क शून्य (0) होता है।
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फिल्ड एक्साइटेशन (Field excitation in synchronous motor in hindi) के आधार पर सिंक्रोनस मोटर की विशेषता या कार्यप्रणाली— इस आर्टिकल में फिल्ड एक्साइटेशन के आधार पर सिंक्रोनस मोटर की विशेषता के बारे में बताया गया है, आशा करते है ये आर्टिकल आप लोगो को पसन्द आया होगा तथा प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए भी महत्वपूर्ण रहेगा।
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