चुम्बक क्या होता है
"चुम्बक एक ऐसा पदार्थ होता है जो लोहे की वस्तुओं को अपनी और आकर्षित करता है तथा स्वतंत्रता पूर्वक लटकाए जाने पर सदैव उत्तर–दक्षिण दिशा में ठहरता है, चुंबक कहलाता है।"
Magnet In Hindi |
चुंबक में एक खास विशेषता यह होती है कि यदि इसे किसी लोहे या चुम्बकीय पदार्थ पर काफी समय तक रगड़े तो उस लोहे या चुम्बकीय पदार्थ में भी चुम्बक के गुण आ जाते है। लेकिन यह चुम्बकीय गुण उस धातु में ज्यादा समय तक नहीं रहते है, चुम्बकीय गुण को किसी भी लोहे या धातु में स्थाई रूप से रखने के लिए उसे एक विशेष प्रकार से लोहे पर रगड़ा जाता है। और उसके बाद ही लोहे में स्थाई चुम्बकीय गुण आ सकता हैं।
चुम्बक के गुण (Property of Magnet)
एक चुम्बक में निम्नलिखित गुण होते है—
1. एक चुम्बक में लोहे की वस्तुओं को आकर्षण करने का गुण होता है।
2. एक चुम्बक को जब स्वतंत्रता पूर्वक लटकाया जाता है तो यह सदैव उत्तर–दक्षिण दिशा में ठहरता है, अर्थात चुम्बक में दिशात्मक गुण होते है।
3. चुम्बक में चुम्बकीय प्रेरण का गुण पाया जाता है, अर्थात यह आस–पास की वस्तुओं में भी चुम्बकीय गुण पैदा कर देता है।
4. चुम्बक में पोल होने का गुण पाया जाता है, इसमें दो पोल (N-S) होते है।
5. चुम्बक में ध्रुव सामर्थ्य का गुण पाया जाता है, चुम्बक में आकर्षण का गुण सबसे अधिक ध्रुवो पर होता है। दोनो ध्रुवो की पोल सामर्थ्य एक समान होती है।
6. चुम्बक में आकर्षण और प्रतिकर्षण का गुण होता है, समान ध्रुव एक दूसरे को प्रतिकर्षित करते है जबकि विपरीत ध्रुव एक दूसरे को आकर्षित करते है।
7. चुम्बक में संतृप्त होने का गुण पाया जाता है, अर्थात चुम्बक को एक निश्चित सीमा तक ही चुम्बकित कर सकते है।
8. चुम्बक का चुम्बकीय गुण समाप्त भी हो सकता है।
चुंबक के प्रकार (Types of Magnet)
चुम्बक दो प्रकार का होता है।
1. प्राकृतिक चुम्बक
2. कृत्रिम चुम्बक
प्राकृतिक चुम्बक— प्रकृति में मैग्नेनाइट और लोडस्टोन नाम के पत्थर मिले थे जिसमे चुम्बक का गुण पाया गया था।
इनकी कोई आकृति नही होती है, तथा इनकी मैग्नेटिक स्ट्रेंथ (magnetic strengh) को कम अधिक नही किया जा सकता है। वर्तमान में प्राकृतिक चुम्बक का कोई उपयोग नहीं है।
कृत्रिम चुम्बक— कृत्रिम चुम्बक दो प्रकार का होता है तथा यह मानव के द्वारा बनाया जाता है।
1. अस्थाई चुम्बक
2. स्थाई चुम्बक
अस्थाई चुम्बक— अस्थाई चुम्बक एसी और डीसी दोनो से बनता है।
अस्थाई चुम्बक को जब तक बाह्य विद्युत बल दिया जाता है, तब तक यह चुम्बकित रहता है अन्यथा नहीं। बाहरी बल हटाते ही चुम्बकीय गुण स्वतः समाप्त हो जाता है जैसे— मोटर, पंखा, कूलर इत्यादि में प्रयुक्त चुम्बक।
अस्थाई चुम्बक नर्म लोहा (soft आयरन), सिलिकॉन स्टील मिश्र धातु (2.4% सिलिकॉन + अन्य लोहा) परम एलॉय या परमेलाय मिश्रधातु (लोहा + निकील) और म्यूमेटल (तांबा + क्रोमियम + लोहा + निकिल) से बनता है।
अस्थाई चुम्बक में धारा की दिशा बदल कर पोल की ध्रुवता को बदला जा सकता है।
अस्थाई चुम्बक में चुम्बकीय शक्ति को निम्न विधियों से परिवर्तन करके बदला जा सकता है–
1. धारा की दिशा बदल कर
2. टर्न की संख्या घटा–बढ़ा कर
3. कोर की धातु बदल कर
4. कोर का क्षेत्रफल बदलकर
अस्थाई चुम्बक का उपयोग— अस्थाई चुम्बक का उपयोग मोटर, जनरेटर, ट्रांसफार्मर, क्वायल, चोक, विद्युत घंटी इत्यादि में किया जाता है।
अस्थाई चुम्बक की आकृति— अस्थाई चुम्बक क्वायल, सोलेनाइड और वाइंडिंग की आकृति में होते है।
स्थाई चुम्बक— स्थाई चुम्बक केवल डीसी से बनता है।
स्थाई चुम्बक में बाह्य बल या आरोपित चुम्बकीय बल हटा लेने पर भी चुम्बकीय गुण मौजूद रहता है, यह गुण अवशिष्ट चुम्बकत्व के कारण रहता है। अवशिष्ट चुम्बकत्व रहने के गुण को धारण क्षमता (retentivity) कहते है।
स्थाई चुम्बक को कोबाल्ट, कार्बन स्टील और चुम्बकीय मिश्रधातु एल्निको (alnico), एल्कोनेक्स (alconex) से बनाया जाता है।
एल्निको (alnico)— एल्यूमिनियम + निकिल + कोबाल्ट + लोहा
एल्कोनेक्स (alconex)— एल्यूमिनियम + निकिल + कोबाल्ट + तांबा
स्थाई चुम्बक में पोल की ध्रुवता नही बदल सकते है, अर्थात N पोल को S पोल या S पोल को N पोल नही किया जा सकता है।
स्थाई चुम्बक में चुम्बकीय शक्ति नहीं बढ़ा सकते है।
स्थाई चुम्बक का उपयोग— स्थाई चुम्बक का उपयोग पीएमएमसी (PMMC) मीटर, माइक (mic), स्पीकर (speaker), कंपास नोड (compass node) इत्यादि में किया जाता है।
स्थाई चुम्बक की आकृति— स्थाई चुम्बक बार मैग्नेट (bar magnet), हॉर्स शूज (horse shose), यू टाइप (U–type, पीएमएमसी मीटर में), बेलनाकार और रिंग टाइप (ring type) प्रकार के होते है।
चुम्बक का उपयोग (Use of Magnet)
चुम्बक का उपयोग निम्नलिखित स्थानो पर किया जाता है—
1. चुम्बक का उपयोग स्पीकर, विद्युत घंटियों में इत्यादि में किया जाता है।
2. चुम्बक का उपयोग दिशा निर्देश के लिए कम्पास के रूप में किया जाता है।
3. चुम्बक का उपयोग विद्युत मोटर में किया जाता है।
4. चुम्बक का उपयोग क्रेन मशीनों में भारी सामान उठाने के लिए भी किया जाता है।
याद रखे— रिंग टाइप मैग्नेट में न तो पोल होता है और न ही एयरगैप (airgap) होता है, यह वास्तव में क्षण चुम्बक का रूप होता है।
इसे भी पढ़े महत्वपूर्ण टॉपिक—
चुम्बक से संबंधित प्रश्न और उत्तर—
प्रश्न— अस्थाई चुम्बक किससे बनता है?
(A) केवल एसी से (only ac)
(B) केवल डीसी से (only dc)
(C) एसी और डीसी दोनो से (both ac and dc)
(D) इनमे से कोई नहीं (none of the above)
उत्तर— एसी और डीसी दोनो से (both ac & dc)
प्रश्न— स्थाई चुम्बक किससे बनता है?
(A) केवल डीसी से (only dc)
(B) केवल एसी से (only ac)
(C) एसी और डीसी दोनो से (both ac and dc)
(D) इनमे से कोई नहीं (none of the above)
उत्तर— केवल डीसी से (only dc)
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