विद्युत उत्पादन से संबंधित महत्वपूर्ण परिभाषाए— इस आर्टिकल में विद्युत उत्पादन से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण परिभाषा दिया गया है, प्रतियोगी परीक्षाओं जैसे यूपीपीसीएल टीजी2 (UPPCL TG2), सेल (SAIL), इसरो (ISRO), डीआरडीओ (DRDO) टेक्नीशियल जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं में इस टॉपिक से अक्सर प्रश्न पूछे जाते है। इसलिए इस आर्टिकल को पूरा जरूर पढ़े और अपने नोट बुक में जरूर नोट करे।
संयोजित भार (Connected Load)— प्लांट से संयोजित उपकरणों की रेटिंग का योग कनेक्टेड लोड(connected load) या कुल लोड कहलाता है।
भार वक्र (Load Curve/लोड कर्व)— भार वक्र लोड तथा टाइम के बीच बनाया जाता है।
- भार वक्र के द्वारा प्लांट में किस समय कितना भार था या डिमांड कितनी थी, औसत लोड (average load) कितना कनेक्टेड लोड दिया गया, आज सिस्टम की दक्षता कितनी रही, औसत लोड कैसा था, अधिकतम मांग कितनी थी इन सभी का पता लोड कर्व के द्वारा ही लगाया जाता है।
- भार वक्र से निम्न बातों की गणना की जा सकती है।
(1) विद्युत का उत्पादन कितना हुआ और विद्युत का व्यय कितना हुआ।
(2) लोड कर्व (load curve) के द्वारा पीक लोड (peak load) या अधिकतम लोड (maximum load) की गणना किया जा सकता है अर्थात हम पता लगा सकते है की अधिकतम भार कितना था।
(3) भार वक्र के द्वारा औसत लोड (average load) की गणना की जा सकती है।
(4) भार वक्र के द्वारा प्लांट की दक्षता (efficiency) की गणना की जा सकती है।
अधिकतम लोड या अधिकतम डिमांड या पीक लोड (Maximum Load or Maximum Demand or Peak Load)— दिए गए समय में अधिकतम भार की आवश्यकता या अधिकतम भार पीक लोड या अधिकतम लोड (maximum load) कहलाता है।
मांग गुणक (Demand Factor)— अधिकतम मांग और संयोजित कुल भार का अनुपात मांग गुणक कहलाता है।
औसत मांग (Average Demand)— सभी मांगों का या सभी भारो का औसत, औसत मांग कहलाता है।
- यह ज्यादातर 3 तरीको से बनाया जाता है।
- प्रतिदिन का (daily), साप्ताहिक (weekly) व महीने का (monthly) या प्रतिदिन का (daily), महीने का (monthly), व वार्षिक (yearly)
भार गुणांक (Load Factor)— भार गुणांक औसत मांग और अधिकतम मांग का अनुपात होता है।
भार गुणांक (लोड फैक्टर) का अधिकतम मान 1 हो सकता है, इसका मान इकाई से अधिक कभी नही हो सकता है।
विविधता गुणांक या भिन्नता गुणांक (Diversity Factor)— विविधता गुणांक कंज्यूमर/उपभोक्ता (consumer) की डिमांड में maximum demand कितनी थी और प्लांट की अधिकतम मांग कितनी थी का अनुपात होता है।
प्लांट यूटिलिटी फैक्टर (Plant Utility Factor)— प्लांट यूटिलिटी फैक्टर maximum generated load और rated maximum capacity का अनुपात होता है।
प्लांट कैपेसिटी फैक्टर (Plant Capacity Factor)— प्लांट कैपेसिटी फैक्टर यह बताता है की प्लांट में इंस्टॉल कैपेसिटी (install capacity) कितनी थी और औसत (average) इस प्लांट पर कितनी डिमांड रहती है।
इसे भी जरूर पढ़े महत्वपूर्ण टॉपिक—
इस टॉपिक से संबंधित प्रश्न और उत्तर।
प्रश्न— भार गुणांक का अधिकतम मान कितना हो सकता है?
(A) 1 हो सकता है
(B) 1 से अधिक हो सकता है
(C) कुछ भी हो सकता है
(D) इनमे से कोई नहीं
उत्तर— विकल्प A सही है (भार गुणांक का अधिकतम मान 1 हो सकता है इसका मान इकाई से अधिक नही हो सकता है)
प्रश्न— अधिकतम मांग और संयोजित कुल भार का अनुपात क्या कहलाता है?
(A) पीक लोड
(B) भार गुणांक
(C) विविधता गुणांक
(D) मांग गुणांक
उत्तर— विकल्प D सही है, मांग गुणांक
प्रश्न— निम्नलिखित में से किसकी गणना भार वक्र से किया जा सकता है?
(A) प्लांट की दक्षता की गणना
(B) औसत भार (average load) की गणना
(C) विद्युत उत्पादन, व्यय और पीक लोड या अधिकतम लोड की गणना
(D) उपर्युक्त सभी की गणना
उत्तर— D सही है, उपर्युक्त सभी की गणना
Please do not enter any spam link in the comment box. All the comments are Reviewed by Admin.