फर्स्ट ऐड बॉक्स मटेरियल लिस्ट
अक्सर चोट लगने, सर दर्द, कटने, बुखार आने या दस्त आदि के लिए हम डॉक्टर के पास नहीं बल्कि फर्स्ट एड बॉक्स (first aid box) की मदद लेते हैं। ऐसे में हमारी फर्स्ट एड बॉक्स में जरूरी चीजों का समय पर होना बेहद जरूरी है, जिससे मुसीबत के वक्त ज्यादा परेशानी का सामना न करना पड़े। इस आर्टिकल में हम जानेगे की ऐसी कौन-कौन सी आवश्यक सामग्री (important things for first aid kit) है जो फर्स्ट एड बॉक्स मे हमेशा उपलब्ध होनी चाहिए।
First Aid Box Material List In Hindi |
फर्स्ट ऐड बॉक्स मटेरियल की आवश्यकता क्यों है?— कार्यशाला में कार्य करते समय कब दुर्घटना हो जाए किसी को पता नही होता है तथा कार्यशाला में हर समय चिकित्सक उपलब्ध रहे ऐसा भी सम्भव नही है। ऐसे में दुर्घटना ग्रस्त व्यक्ति को अस्पताल ले जाने से पहले तुरन्त चिकित्सा देने के लिए कर्मचारियों को उचित प्रशिक्षण देना चाहिए जिससे आवश्यकता पड़ने पर कार्यशाला में ही कर्मचारियों के द्वारा प्राथमिक उपचार किया जा सके।
ज्यादातर कार्यशालाओ में डॉक्टर की सुविधा होती है, परन्तु कुछ ऐसे भी कार्यशाला होते है जहा डॉक्टर की सुविधा उपलब्ध नहीं होती है। अक्सर ऐसा देखा जाता है की दुर्घटनाग्रस्त व्यक्ति को तुरन्त अस्पताल ले जाना या डॉक्टर को तुरन्त बुलाना सम्भव नही हो पाता है ऐसे में एक कुशल व्यक्ति के द्वारा तुरन्त प्राथमिक उपचार दिया जाना जरूरी हो जाता है। प्राथमिक उपचार के लिए कार्यशाला या घर पर प्राथमिक उपचार कीट (first aid kit) में निम्नलिखित दवाइयां होनी चाहिए।
फर्स्ट ऐड बॉक्स मटेरियल लिस्ट (First aid box material list)—
फर्स्ट ऐड बॉक्स मटेरियल के रूप में आप को निम्नलिखित वस्तुएं हमेशा रखनी चाहिए।
1. टिंचर आयोडीन— टिंचर आयोडीन का उपयोग घाव को कीटाणुओं से बचाने के लिए किया किया जाता है।
आयोडीन की टिंचर एक एंटीसेप्टिक घोल है। यह इथेनॉल और पानी के मिश्रण में आयोडीन को भंग करके तैयार किया जाता है।
शरीर में किसी भी कट या घाव के क्षेत्र को कीटाणुरहित करने के लिए आयोडीन की एक टिंचर का उपयोग किया जाता है। इसे एक 'कमजोर आयोडीन' घोल के रूप में भी जाना जाता है। यह बैक्टीरिया और वायरस दोनों को नष्ट कर सकता है।
2. टिंचर बैंजिन— टिंचर बैंजिन अक्सर एक चिपकने वाली पट्टी के नीचे त्वचा पर लगाया जाता है । यह चिपकने से त्वचा को एलर्जी से बचाता है और पट्टी को लंबे समय तक चिपकाता है।
3. डेटॉल— डेटॉल लिक्विड एंटीसेप्टिक रोगाणुनाशक एक एंटीसेप्टिक रोगाणुनाशक है जो जीवाणुओं को मारता है और ऐसे जीवाणुओं के विरुद्ध संरक्षण प्रदान करता है जो संक्रमण रोग का कारण बन सकते हैं। इसे घाव की सफाई के लिए प्रयोग करते है फर्स्ट एड बॉक्स में डोटॉल का होना बहुत आवश्यक है।
4. थर्मामीटर— जैसा की आप सभी लोग जानते होगे की शरीर का तापमान थर्मामीटर के द्वारा नापा जाता है। अगर शरीर का तापमान बढ़ जाए तो इसके लिए थर्मामीटर का होना बेहद जरूरी है, जिससे पता लगाया जा सकता है कि आपको बुखार है या नहीं। ऐसे में इसे फर्स्ट एड किट में जरूर रखना चाहिए।
5. बर्नाल— बर्नाल क्रीम का उपयोग स्किन जलने, स्किन पर कट लगने, घाव लगने, रैशेज और स्किन घिस जाने पर ठीक करने के लिए किया जा सकता है। इसमें अधिक मात्रा में एमिनाक्राइन और सेट्रिमाइड होते हैं जो प्रकृति में एंटीसेप्टिक और एंटीबैक्टीरियल माने जाते हैं। यह स्किन में होने वाली इन्फेक्शन को भी कर सकता है।
6. दर्द निवारक गोलियां— कुछ ऐसी पैनकिलर्स मार्केट में मौजूद हैं, जिनके सेवन से अचानक से उठे दर्द जैसे सिर दर्द, पीठ दर्द, स्टोन का दर्द आदि को दूर किया जा सकता है। इनका एक बार सेवन करने पर कोई नुकसान भी नहीं होता है। ऐसे में फर्स्ट एड बॉक्स में दर्द निवारक दवा जरूर रखना चाहिए।
7. एंटीसेप्टिक क्रीम— छोटी-मोटी चोट या कटी जगह पर सफेद पट्टी की जगह एंटीसेप्टिक क्रीम लगाकर घाव को भरा जा सकता है। ऐसे में फर्स्ट एड किट में एंटीसेप्टिक क्रीम होना भी बहुत जरूरी है।
8. बैंडेज— हाथ-पैरों में चोट लगने या घाव से खून आने पर सफेद पट्टी के बजाय बैंडेज का इस्तेमाल किया जा सकता है। ऐसे में फर्स्ट एड बॉक्स में बैंडेज को जरूर रखना चाहिए।
9. रूई यानि कॉटन बॉल— चोट लगने या शरीर के किसी भी अंग से खून निकलने पर साफ करने के लिए रूई का उपयोग किया जाता है। ऐसे में आपको फर्स्ट एड बॉक्स में रुई का रखना भी बेहद जरूरी है।
10. सेफ्टी पिन— सेफ्टी पिन का उपयोग बैंडेज को बांधने के लिए किया जाता है।
11. मास्क— फर्स्ट एड बॉक्स में मास्क एन-95 और एन-99 को जरूर रखना चाहिए। क्योंकि यदि आप किसी ऐसे स्थान पर कार्य करते है जहा जहरीली गैस के रिसाव का खतरा हो तो ऐसे स्थान पर मास्क बहुत ही उपयोगी साबित होगा। ये काफी प्रभावी मास्को में से एक हैं। ऐसे में इनके माध्यम से जहरीली हवा, बढ़ते प्रदूषण आदि को आप रोक सकते है।
12. मॉस्किटो स्प्रे (मच्छर भगाने का स्प्रे)— जैसा की आप जानते है की डेंगू, चिकनगुनिया, मलेरिया जैसी खतरनाक बीमारियां मच्छरों के काटने से होती हैं। ऐसे में मच्छरों के काटने के बाद खुजली आदि से बचने के लिए और गंभीर बीमारी को रोकने के लिए क्रीम या मॉस्किटो स्प्रे जरूर रखना चाहिए। क्योंकि मच्छर के काटने से होने वाले डेंगू बुखार में बहुत ही तेजी से प्लेटलेट्स कम होने लगता है तथा व्यक्ति की तुरन्त मृत्यु होने की संभावना भी बढ़ जाती है।
13. आई ड्रॉप— लगातार कम्प्यूटर सिस्टम के सामने बैठने से आंखों में दर्द शुरू हो जाता है। वही प्रदूषित हवा के संपर्क में आने से भी दर्द बढ़ने लगता है। ऐसे में अपने घर पर डॉक्टर की सलाह से एक आई ड्रॉप जरूर रखना चाहिए जिससे आंखें स्वस्थ बनी रहें, तथा आंखों में किसी तरह की समस्या न हो।
14. कब्ज दूर करने की दवा (एंटासिड)— आप को बता दें कि गैसोफास्ट, इनो आदि के पाउच से अपच को दूर किया जा सकता है। ऐसे में एंटासिड सिरप आपके बेहद काम आ सकता है। लेकिन ध्यान रखना कि एंटासिड किडनी को नुकसान पहुंचा सकते हैं ऐसे में इनकी आदत नहीं लगने देना चाहिए।
15. आवश्यक दर्द निवारक जेल— छाले और दांतो के दर्द को दूर करने के लिए जेल जरूर रखे। अचानक से दातों में उठे दर्द या मुंह में छाले बन जाने से परेशान लोग अपने फर्स्ट एड बॉक्स में दर्द निवारक जेल को जरूरत रखें। इसके लिए वे मार्केट से या डॉक्टर से परामर्श करके जेल ले सकते हैं।
स्प्रे, बाम या दर्द निवारक जेल भी रख सकते है।
बता दें कि पीठ में दर्द, मांसपेशियों में मोच या हाथ पैरों में अकड़न के लिए आप बाम, जेल या स्प्र से तुरंत आराम पा सकते हैं। ऐसे में इन चीजों का फर्स्ट एड किट में होना बेहद जरूरी है।
16. एंटीहिस्टामाइन— कुछ लोगों को एलर्जी के कारण छींके आनी शुरू हो जाती हैं। ऐसे में इन्हें रोकने के लिए आपके फर्स्ट एड बॉक्स में एंटीहिस्टामाइन होना बेहद जरूरी है।
17. दवा देने के लिए ग्लास— वैसे तो ये आवश्यक सामग्री के अन्तर्गत नही आता फिर भी फर्स्ट एड किट में दवा देने के लिए एक ग्लास होना चाहिए।
18. बुखार को ठीक करने के लिए दवा— फर्स्ट एड बॉक्स में बुखार ठीक करने की दवा भी रखना चाहिए जिससे आवश्यकता पड़ने पर तुरन्त रोगी को दावा दी जा सकती है।
19. एंटीहिस्टामाइन— कुछ लोगों को एलर्जी के कारण छींके आनी शुरू हो जाती हैं। ऐसे में इन्हें रोकने के लिए फर्स्ट एड बॉक्स में एंटीहिस्टामाइन जरूर रखना चाहिए।
20. ड्रॉपर— लिक्विड वाली दवा देने के लिए ड्रॉपर या चम्मच फर्स्ट एड किट में रख सकते है। वैसे तो ये आवश्यक सामग्री के अन्तर्गत नही आता है पर सुविधा के लिए ले सकते है।
किसी व्यक्ति को प्राथमिक उपचार देते समय याद रखने योग्य बातें— किसी व्यक्ति को प्राथमिक उपचार देते समय निम्न बातों का ध्यान देना चाहिए।
1. दुर्घटनाग्रस्त ग्रस्त व्यक्ति की चोट, पीड़ा व स्थिति को देखकर घबराना नहीं चाहिए।
2. दुर्घटना के बारे में किसी अन्य व्यक्ति से चर्चा करके समय नही गवाना चाहिए उसे तुरंत प्राथमिक उपचार देना चाहिए या यदि प्राथमिक उपचार उपलब्ध नहीं है तो तुरंत डॉक्टर को बुलाना चाहिए या व्यक्ति को तुरंत अस्पताल ले जाना चाहिए।
3. यदि दुर्घटनाग्रस्त व्यक्ति बेहोश है और व्यक्ति का खून निकल रहा है तो सबसे पहले खून को रोकने का प्रयास करना चाहिए।
4. यदि दुर्घटनाग्रस्त व्यक्ति आग से घिरा है या बिजली से चिपका है तो सावधानीपूर्वक इन चीजों से उसे अलग करना चाहिए। यदि बिजली से चिपका है तो संभव होने पर तुरंत सभी स्विच बंद कर देना चाहिए।
5. दुर्घटनाग्रस्त व्यक्ति को तुरन्त दुर्घटना स्थल से हटाकर दूसरे स्थान पर आराम की स्थिति में लिटाना या बैठाना चाहिए।
6. दुर्घटनाग्रस्त व्यक्ति के पास ज्यादा भीड़ न होने दे, उसे खुली हवा में रखे यदि व्यक्ति जल गया है तो उसे साफ कम्बल से ढक दे तथा हवा न लगने दे।
7. आग लगने व बिजली से झटका आने की स्थिती में कार्यशाला के मेन स्विच ऑफ कर देना चाहिए और तुरंत फायर ब्रिगेड को सूचित करना चाहिए। दुर्घटना स्थल के प्रमाण नष्ट नहीं करना चाहिए।
8. कॉल करके दुर्घटना स्थल पर तुरंत डॉक्टर को बुलाना चाहिए।
9. यदि दुर्घटनाग्रस्त व्यक्ति मृत लग रहा हो तो भी प्राथमिक चिकित्सा तब तक देना चाहिए जब तक कोई डॉक्टर उसे मृत घोषित न कर दे।
ध्यान दे— ऊपर बताई गई दवाइयां आप अपने फर्स्ट एड बॉक्स में शामिल कर सकते हैं। लेकिन अगर आप अन्य कोई दवाई का सेवन कर रहे हैं तो इन्हें लेने से पहले एक बार डॉक्टर से परामर्श जरूरी कर लें तथा आप का जो प्राथमिक उपचार कर रहा है उसे भी जरूर बताएं प्राथमिक उपचार कर्ता एक अच्छा जानकार होना चाहिए। उपर्युक्त सुझाई गई दवा का प्रयोग खुद से न करे ये केवल एक सुझाव है जिसे आप अपने प्राथमिक उपचार बॉक्स में रख सकते हैं।
Nice post thanks
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