सुरक्षा सावधानियां
जीवन एक अमूल्य निधि है, इसकी सुरक्षा के लिए सावधानी आवश्यक है। असावधानी व अज्ञानतावश किसी भी कार्यक्षेत्र में मनुष्य दुर्घटना का शिकार हो सकता है। कई बार लापरवाही और सुरक्षा मापदंडों का पालन न करने से भी व्यक्ति दुर्घटना का शिकार हो जाता है इसलिए इसके बारे में एक बहुत ही प्रचलित वाक्य है की "सावधानी हटी, और दुर्घटना घटी"।
Safety Precautions in First Aid |
यदि कार्य करते समय हम सावधानी को प्राथमिकता दे तो दुर्घटना को कम कर सकते है।
वर्तमान वैज्ञानिक युग में कई तरह की मशीनों का निर्माण हुआ है इन मशीनों के द्वारा हमारा काम तो आसान हुआ है पर इन मशीनों की वजह से दुर्घटना भी बढ़ गई है। आधुनिक मशीनों की वजह से हमारे समय की बचत हुई है परन्तु इन मशीनों पर कार्य करते समय थोड़ी सी भी लापरवाही से जान भी जा सकती है। आधुनिक मशीनों का निर्माण, मरम्मत तथा कार्य, कार्यशाला में किया जाता है। यदि हम कार्यशाला में होने वाले दुर्घटनाओं का अध्ययन करे, तो दुर्घटना में होने वाले मुख्य कारण निम्नलिखित हो सकते है।
1. औजार, उपकरण, मशीन तथा कार्य का पर्याप्त ज्ञान न होना या कह सकते है की मशीन की पूरी जानकारी न होने पर भी मशीन को चलाना।
2. कार्य को जल्दीबाजी में करना या कार्य को जल्दी से करने की बुरी आदत।
3. सामर्थ्य से अधिक मेहनत करना।
4. कार्य में रुचि न होते हुए भी कार्य को करना।
5. कार्यस्थल का वातावरण सही न होना।
6. उचित औजारों, उपकरणों व मशीनों का अभाव का होना।
7. कार्य करने का तरीका गलत होना।
8. उचित भेशभूषा का प्रयोग न करना।
9. कार्य करने के दौरान अनुशासन में न होना।
10. कार्यस्थल या घरेलू तनाव भी दुर्घटना का कारण हो सकता है।
इसलिए किसी भी टेक्नीशियन को कार्य करने से पहले पूरा ध्यान देना चाहिए।
कार्यस्थल पर या कार्य के दौरान निम्नलिखित सावधानियां होनी चाहिए।
1. विद्युत से संबंधित कार्य शुरू करते समय ध्यान कार्य पर ही होना चाहिए।
2. प्राथमिक उपचार (First aid) व आग बुझाने की जानकारी अवश्य होनी चाहिए।
3. कार्यशाला (workshop) में या जहां विद्युत से संबंधित हो ऐसे कार्य करते समय हमेशा रबड़ के जूते का प्रयोग करना चाहिए।
4. सुरक्षा चिन्हों व सुपरवाइजर के दिए निर्देशों की अनुपालन करना चाहिए।
5. अपने नजदीकी अस्पताल या नर्सिंग होम के साथ–साथ अपने थाने के टेलीफोन नंबर को अवश्य नोट करके रखना चाहिए।
6. कार्यशाला के विद्युतीय कंट्रोलिंग डिवाइस जैसे मेन स्विच (main switch), सर्किट ब्रेकर (circuit breaker) का ध्यान रखना चाहिए।
7. कार्यस्थल पर बहुत अधिक ढीले ढाले कपड़े नही पहनना चाहिए। तथा कपड़े ऐसे भी नही होने चाहिए की बहुत तंग (tight) हो।
8. किसी लाइन पर कार्य करते समय मेन स्विच को बंद कर फ्यूज निकाल के ही कार्य करना चाहिए।
9. कभी भी जेब में कोई नुकीली या धारदार वस्तु जैसे चाकू नहीं रखना चाहिए।
10. यदि ऊंचाई पर सीढ़ी के द्वारा कार्य करना हो और नीचे चिकना फर्श हो तो सीढी के नीचे टाट या कपड़ा बिछा के कार्य करना चाहिए तथा एक व्यक्ति को सीढ़ी पकड़े रहने को कहना चाहिए।
11. कार्यशाला में बिना अनुमति के किसी भी उपकरण या मशीन को नही छूना चाहिए।
12. कार्यशाला में कार्य करते समय किसी भी ऐसे तार को हाथ से नही छूना चाहिए जिसके ऊपर इन्सुलेशन (Insulation) न लगा हो।
दुर्घटना से बचने के उपाय (Prevention from accident)— कार्यशाला या मशीन पर कार्य के दौरान निम्न उपायों से दुर्घटना होने से बच सकते है।
1. कार्यशाला या कार्य करने के स्थान पर सुरक्षात्मक चिन्हों को पोस्टर के रूप में लगाए।
2. विद्युत यंत्रों, मशीनो पर खतरे का चिन्ह अवश्य लगाएं।
3. प्रत्येक मशीन के पास उस मशीन की दुर्घटनाओं से संबंधित सावधानियों और बचाव के उपाय के बारे एक चार्ट बनाकर अवश्य लगाना चाहिए।
4. प्रत्येक कार्यशाला में प्राथमिक उपचार का चित्र अवश्य बनाना चाहिए।
5. प्रत्येक औजार को टूल किट (tool kit) में ही रखना चाहिए।
6. किसी भी मशीन को छूने से पूर्व उसका अर्थिंग दोष अवश्य जांच लेना चाहिए।
7. प्रत्येक कार्यशाला, उद्योग या घर में मेन स्विच (MCB) ऐसे स्थान पर लगाना चाहिए कहा इलेक्ट्रीशियन या अन्य व्यक्ति आसानी से पहुंच सके।
8. कार्यशाला में रेत से भरी बाल्टी तथा अग्निशमन यंत्र उचित स्थान पर रखना चाहिए।
9. कार्यशाला मे प्राथमिक उपचार (first aid) के बॉक्स तथा प्राथमिक उपचार में प्रयुक्त सामग्री अवश्य लगाना चाहिए।
10. सभी नियमों और निर्देशों का पालन करना चाहिए।
इस तरह से हम कार्यस्थल पर उचित सावधानी रख कर अपने और दूसरो की दुर्घटना होने से रक्षा कर सकते है।
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