रेडियो पेजर (Radio Pager)
पेजर एक इलेक्ट्रॉनिक्स डिवाइस होती है जिसके माध्यम से संचार स्थापित किया जा सकता है।
रेडियो पेजर सिस्टम एक दिशीय मोबाइल संचार प्रणाली (one way mobile communication system) होता है। इसकी सहायता से किसी व्यक्ति से उस समय संपर्क किया जा सकता है जब यह पता न हो की वह व्यक्ति इस वक्त किस स्थान पर है। इस सुविधा के लिए वह व्यक्ति अपने पास पेजिंग रिसीवर रखता है बिना रिसीवर के संचार संभव नही होगा। प्रत्येक पेजिंग रिसीवर को एक नम्बर दिया जाता है जब भी सम्पर्क बनाना होता है तो पेजिंग रिसीवर के नम्बर को डायल करके सम्पर्क बनाया जाता है। यह कॉल टेलीफोन नेटवर्क के माध्यम से पेजिंग ट्रांसमीटर तक पहुंचाई जाती है। इस कॉल के प्राप्त होने के पश्चात पेजिंग ट्रांसमीटर कोडेड रेडियो सिग्नल भेजता है जिसको पेजिंग रिसीवर द्वारा रिसीव करके डिकोड कर लिया जाता है। इस सिग्नल को प्राप्त करने के पश्चात वह व्यक्ति जिसके पास पेजिंग रिसीवर है उस व्यक्ति से टेलीफोन के माध्यम से बात कर सकता है जिसने उसको पेज किया था। कुछ पेजिंग रिसीवर में बीप (beep) के साथ फोन नम्बर तथा मैसेज प्राप्त करने की सुविधा भी होती है। पेजिंग सिस्टम को बहुत कम बैंडविथ की आवश्यकता होती है।
रेडियो पेजर की कार्यप्रणाली (Radio Pager Working In Hindi)— रेडियो पेजिंग सिस्टम के मुख्य उपकरण को पेजिंग कन्ट्रोल टर्मिनल (Peging Control Terminal or PCT) कहा जाता है। यह उपकरण सभी सब्सक्राइबर के डाटा को स्टोर करता है, कॉल को प्रोसेस करने व सिस्टम को मॉनिटरिंग करने हेतु प्रोग्राम को स्टोर करता है। पेजिंग कन्ट्रोल टर्मिनल सभी पेज रिक्वेस्ट को रिसीव करता, उन्हे पंक्ति में रखता है तथा एक विशेष बाइनरी डिजिटल कोड में बदलता है। इस कोड को पोस्ट ऑफिस कोड स्टैंडर्ड एडवाइजरी ग्रुप (post office code standard advisory group or pcsag) प्रोटोकॉल कहलाता है। पेजिंग कन्ट्रोल टर्मिनल की आउटपुट का लिंक ट्रांसमीटर को दिया जाता है जो इसको पुनः रिले करता है लिंक ट्रांसमीटर द्वारा रिले किए गए सिग्नल सभी बेस स्टेशनो द्वारा रिसीव किए जाते है तथा किसी अन्य आवृत्ति पर परिवर्तित करके सभी दिशाओं में ट्रांसमिट किए जाते है। पेजिंग रिसीवर इन सिग्नलों को रिसीव करता है तथा सब्सक्राइबर को मैसेज प्राप्त हो जाता है। पेजिंग सिस्टम एक दिशीय (one way) होता है जबकि मोबाइल टेलीफोन दो दिशीय (two way) होता है।
रेडियो पेजर क्या होता है? (Radio Pager Kya Hota Hai)— पेजिंग एक दिशीय संचार विधि है जिस व्यक्ति से सम्पर्क स्थापित करना हो उसका पेजर नम्बर डायल किया जाता है। यह पेजिंग नंबर पेजिंग कम्पनी के पेजिंग कन्ट्रोल टर्मिनल को प्राप्त होता है जो की पेजिंग रिसीवर को रेडियो सिग्नल भेजती है।
रेडियो पेजर कैसे काम करता है? (Radio Pager Working System)— रेडियो पेजर के सम्बंध में ये लेख आप लोगो को कैसा लगा इसके बारे में हमे कमेंट करके जरूर बताएं और इसी तरह के इलेक्ट्रॉनिक और आईटीआई इलेक्ट्रिशियन थ्योरी के नोट्स पढ़ने के लिए हमारे ब्लॉग और फेसबुक पेज को जरुर फॉलो करे।
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